मल्हार मीडिया भोपाल डेस्क।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल जिले की 222 ग्राम पंचायतों में महिलाओं को रोजगार से जोड़ने और विकास कार्य एवं स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कर वसूली की व्यवस्था शुरू की गई थी।अब यह व्यवस्था पंचायतों में बंद हो गई हैं इसकी वजह से कर वसूली का काम करने वाली कुल 444 टैक्स सखियां बेरोजगार हो गई हैं। इतना ही नहीं कर वसूली बंद होने की वजह से कचरा संग्रहण सहित अन्य व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं।
पंचायतों में समय पर कचरा नहीं उठने इसे जगह-जगह कचरे के ढेर लगे रहते हैं। ऐसे में देशभर में स्वच्छता में पहले स्थान पर अाने वाली जिला पंचायत की स्थिति प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। वहीं जिला पंचायत भोपाल ने कर वसूली व्यवस्था शुरू करने के लिए शासन को पत्र लिखा है।
जिला पंचायत भोपाल द्वारा सभी 222 ग्राम पंचायतों में जल, स्वच्छता, संपत्ति, व्यवसायिक आदि कर की शुरूआत की गई थी। कर वसूली के लिए इन पंचायतों में दो-दो टैक्स सखी नियुक्त की गईं थी। यह सखियां घर-घर से कर वसूली का काम करती थी।इसके बदल में इनकाे कुल वसूली का 10 प्रतिशत हिस्सा कमीशन के रूप में दिया जाता था। जिससे यह अपना व परिवार का खर्च उठाती थीं।बता दें कि वर्ष 2022-23 में टैक्स सखियों ने लगभग दो करोड़ रुपये का कर वसूल किया था।
कर वसूली शुरू होने से पंचायतों में साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं पंचायत स्तर पर ही की जाने लगी थी।दरअसल कर के रूप में आने वाली राशि का उपयोग गांव में ही विकास कार्याें पर खर्च कर दी थी।अब यह बंद हो गई हैं साथ ही इसके लिए अन्य कोई बजट भी पंचायत के पास नहीं हैं। इसी वजह से साइकिल रिक्शा के द्वारा किए जाने वाला कचरा संग्रहण का काम बंद हो गया है।
ई- रिक्शा से कचरा संग्रहण का दावा
जिला पंचायत के अधिकारियों का दावा है कि जिले की 222 ग्राम पंचायतों में से लगभग 140 में ई - रिक्शा के द्वारा कचरा संग्रहण का काम कराया जा रहा है। इन वाहनों में जीपीएस लगा हुआ है जिससे इनकी निगरानी भी की जा रही है। साथ ही छह से सात बड़े वाहन भी मौजूद हैं।हालांकि जहां पर साइकिल रिक्शा से कचरा संग्रहण होता था वहां स्थिति थोड़ी गड़बड़ाई जरूर है।
कुल पंचायत - 222
फंदा जनपद में पंचायतें - 96
बैरसिया जनपद में पंचायतें - 126
कचरा संग्रहण के लिए ई रिक्शा - लगभग 150
कचरा संग्रहण के लिए साइकिल रिक्शा - 82
एक वर्ष में कर वसूली - लगभग 2 करोड़ रुपये
पंचायतों में टैक्स सखी - 444
जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह का कहना है कि पंचायतों में स्वच्छता,जल, संपत्ति, व्यवसायिक आदि का कर वसूलने के लिए महिलाओं को जिम्मा दिया गया था। हालांकि कर वसूली अभी बंद है।फिर भी पंचायतों में सफाई व्यवस्था नियमित कराई जा रही है। जल्द ही महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए फिर से कर वसूली का काम शुरू कराने के प्रयास किए जाएंगे।जिससे वसूली गई राशि का उपयोग पंचायतों के विकास में किया जा सके।
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