मल्हार मीडिया भोपाल।
एम्स भोपाल के बाल रोग विभाग ने भोपाल एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के साथ मिलकर शनिवार , 19 अक्टूबर 2024 को आईएपी एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट (एएलएस) इंस्ट्रक्टर कोर्स का आयोजन किया, जो बाल चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल शिक्षा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो.(डॉ.) अजय सिंह ने कहा “एम्स भोपाल चिकित्सा शिक्षा और रोगी देखभाल में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध है। आईएपी एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट इंस्ट्रक्टर कोर्स बाल चिकित्सा आपात स्थितियों में रोगी परिणामों में सुधार के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक कौशल और ज्ञान से सुसज्जित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम इस पहल में भोपाल एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के साथ सहयोग करने पर गर्व महसूस करते हैं और विश्वास है कि इस कोर्स के दौरान दिया गया प्रशिक्षण पूरे देश में बाल चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं पर दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालेगा। प्रतिभागियों और फैकल्टी सदस्यों का उत्साह और समर्पण वास्तव में सराहनीय है, और मैं ऐसी और भी पहल की अपेक्षा करता हूँ जो चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण के विकास को प्रोत्साहित करें।”
एम्स भोपाल के बाल रोग विभाग की प्रमुख, प्रो. शिखा मलिक ने देश में बाल चिकित्सा देखभाल के मानकों को बढ़ाने में इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "यह कोर्स स्वास्थ्यकर्मियों को आपातकालीन स्थितियों में बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल देने के लिए आवश्यक कौशल से सुसज्जित करता है।"
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. गिरीश भट्ट ने बताया कि अब एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा, "हमें पूरे देश से प्रशिक्षकों की आवश्यकता है, जो स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को प्रशिक्षित कर सकें और बाल चिकित्सा आपात स्थितियों में समय पर और प्रभावी देखभाल सुनिश्चित कर सकें।" देश भर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों से आए 30 फैकल्टी सदस्यों ने इस कोर्स में भाग लिया और एएलएस कार्यक्रमों के संचालन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।
कोर्स डायरेक्टर प्रो. ए.के. रावत ने स्वास्थ्यकर्मियों के समग्र विकास के लिए एएलएस कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि आईएपी-एएलएस समूह पहले से ही कई कार्यक्रम जैसे कि आम जनता और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए कार्डियोपल्मोनरी रेससिटेशन (सीपीआर) प्रशिक्षण चला रहा है, ताकि हृदयाघात की स्थिति में बाईस्टैंडर्स तत्काल मदद कर सकें।
प्रो. बर्था ने प्रतिभागियों को दिनभर के सीखने के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया और इस तरह के प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया। आईएपी एएलएस इंस्ट्रक्टर कोर्स एम्स भोपाल के प्रयासों का एक प्रमाण है, जो स्वास्थ्यकर्मियों को सशक्त बनाने और बाल चिकित्सा देखभाल में सुधार लाने के लिए निरंतर काम कर
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