मल्हार मीडिया।
बस्तर के कांकेर में वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला के साथ थाने में मारपीट और उनकी आंख फोड़ने की कोशिश बहुत शर्मनाक है। कमल शुक्ला कोई तीन दशक से बस्तर में चुनौतीपूर्ण माहौल में पत्रकारीय कर्म कर रहे हैं।
वे अपने मोहल्ले में अवैध सिलेंडर के गोदाम में लगी आग की शिकायत करने गए थे। यह अवैध गोदाम पूरे सुभाष वार्ड के लोगों के लिए जान का खतरा बन गया था।जब वहां आग लगाती जनता ने अवैध सिलेंडर बाहर फेंके।
इसके बावजूद बुझाने में लगे लोगों द्वारा सिलेंडर उठाकर बाहर फेंके। इसके बावजूद अवैध भंडारण के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया।
जब कमल शुक्ला इस बात के लिए थाने गए तो कहा जाता है कि किसी बीजेपी नेता का फोन आया और विजय नामक सिपाही ने उनकी निर्ममता से पिटाई की।
कमल शुक्ल बहुत हताश हैं। वे कहते हैं कि अपने ही शहर में जब उनके बच्चों से कम उम्र के सिपाही उनके साथ पाशविक व्यवहार करें और प्रशासन मौन रहे तो उनका जीवन निरर्थक है।
देश और छत्तीसगढ़ के पत्रकारों को उक्त सिपाही पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग करना चाहिए।
पंकज चतुर्वेदी कमल शुक्ला की फेसबुक वॉल से।
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