मल्हार मीडिया ब्यूरो।
आखिर को 11 दिन बाद भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली का मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को चुन लिया। रेखा गुप्ता दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। 20 फरवरी को वे दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ लेंगी। यह 26 साल दिल्ली में भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री बना है।
इस बीच राजनीतिक गलियारों में कई नेताओं के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई गईं। इनमें सबसे बड़ा दावा रेखा गुप्ता के नाम को लेकर ही किया गया। खबरें तो यह भी थी कि कि रेखा गुप्ता को संघ की मंजूरी मिल चुकी थी और भाजपा ने भी उन्हें सीएम पद के लिए अपनी पसंद भी बना लिया था।
ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित चेहरे के तौर पर उभरीं रेखा गुप्ता कौन हैं? वे मूल रूप से कहां की रहने वाली हैं और दिल्ली से उनका नाता कितना पुराना है? इसके अलावा रेखा गुप्ता की पढ़ाई कहां-कहां हुई है और उनका सियासी सफरनामा क्या रहा है?
रेखा गुप्ता का परिचय
रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे मौजूदा समय में दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
50 वर्षीय रेखा का जन्म हरियाणा के जींद जिले में स्थित नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे।
1976 में रेखा का परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया था। तब उनकी उम्र महज दो साल थी। इसके बाद रेखा की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई।
रेखा गुप्ता बचपन में पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गई थीं। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान वह दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीतने में सफल रहीं। 1995-96 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनीं। रेखा ने इसके बाद एलएलबी तक की पढ़ाई पूरी की।
पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता 2003-04 में भाजपा युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं और यहां सचिव पद पर रहीं। इसके बाद 2004 से 2006 तक उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभाई।
2007: उत्तर पीतमपुरा से पार्षद बनीं।
2007-09: एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की दो साल तक अध्यक्ष रहीं।
2009: दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव रहीं।
2010: भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य की जिम्मेदारी दी।
2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिली थी सफलता
रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से चुनाव में उतारा गया। जहां 2015 में उन्हें आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी ने करीब 11 हजार वोटों से हराया तो वहीं 2020 में उनकी हार का अंतर 3400 वोट के करीब था। हालांकि, 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने वंदना कुमारी को बड़े अंतर से हरा दिया।
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