मल्हार मीडिया ब्यूरो।
दिल्ली के चाणक्यपुरी में एंबेसी इलाके में विदेश मंत्रालय कॉम्पलेक्स में रह रहे भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के अधिकारी जितेंद्र रावत (44) ने कॉम्पलेक्स की चौथी मंजिल से कूदकर शुक्रवार 7 मार्च की सुबह आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और न ही शुरुआती जांच में खुदकुशी के कारणों का पता लगा है।
बताया जा रहा है कि वह हमेशा कहते थे कि उसे आईएएस दिया जाना था, मगर आईएफएस दे दिया गया। वह अवसादग्रस्त थे और उनका इलाज चल रहा था।
जितेंद्र रावत जून 2024 में बेल्जियम से ट्रांसफर होकर दिल्ली आए थे। चाणक्यपुरी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई है।
नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने बताया कि मूलरूप से आईटी पार्क, राजपुर रोड दोहरान खास के पास देहरादून निवासी जितेंद्र रावत पुत्र सोहन रावत 2011 बैच के आईएफएस अधिकारी थे। वह अपनी बुजुर्ग मां के साथ चाणक्यपुरी में विदेश मंत्रालय के आवासीय कॉम्प्लेक्स (एमईए) में पहली मंजिल में रहते थे। उनकी पत्नी व दो बच्चे देहरादून में रहते हैं। दोनों बच्चे वहीं पढ़ते हैं। जितेंद्र रावत की बहन भी आईएफएस हैं।
नई दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार अधिकारी शुक्रवार सुबह 6 बजे चौथी मंजिल पर जानकर नीचे कूद गए। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस उनको प्राइमस अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस की सूचना के बाद उनकी पत्नी बच्चों के साथ शुक्रवार शाम को दिल्ली पहुंच गई थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के बाद ही खुदकुशी के कारणों को खुलासा हो सकेगा
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