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खुलासा:आईएसआई की साजिश का नतीजा था इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसा

राष्ट्रीय            Jan 17, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कानपुर के पास पुखरायां में 20 नवंबर को इंदौर पटना एक्सप्रेस दुर्घटना एक आतंकी संगठन आईएसआई की साजिश थी। भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार मोती पासवान ने पूछताछ में यह खुलासा किया है बम विस्फोट से ट्रेन हादसा हुआ। मोतिहारी एसपी जितेन्द्र राणा ने मंगलवार को बताया कि कानपुर ट्रेन हादसे में मोती सक्रिय रूप से शामिल था।

एसपी ने बताया कि घोड़ासहन में 01 अक्तूबर 2016 को रेलवे ट्रैक से बरामद आईईडी के मामले में मोती पासवान, मुकेश शर्मा व उमाशंकर पटेल को आदापुर से गिरफ्तार किया गया है। मोती ने खुलासा किया है कि बम प्लांट का नेतृत्व दुबई में बैठे शमशुल ने किया था। नेपाल के बृजकिशोर गिरि को 20 लाख रुपये देकर घोड़ासहन में बम प्लांट की जिम्मेवारी दी गई थी। घोड़सहन में असफल होने पर मोती को कानपुर में बम प्लांट करने के लिए ले जाया गया। इसके लिए उसे दो लाख रुपये मिले। कानपुर में सफल होने के बाद इंदौर और उसके बाद दिल्ली गया। दिल्ली के बाद वह नेपाल में भी कुछ दिनों तक छिपकर रहा।

एसपी ने बताया कि कानपुर हादसे के मामले में दिल्ली में गिरफ्तार जियाउर और जुबैर की तस्वीर देख मोती ने पहचान की है। उसने बताया कि वह दोनों उसके साथ कानपुर में बम प्लांट में शामिल थे। मोती से पूछताछ करने के लिए एनआईए, रॉ और एटीएस की टीम मोतिहारी पहुंच चुकी है। पूछताछ में और खुलासा होने की संभावना है। सबका नेटवर्क नेपाल से जुड़ा है। तीन साथी बृजकिशोर गिरि, मुजाहिदीन अंसारी व शंभू गिरि को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों की गिरफ्तारी के बाद आदापुर क्षेत्र से मोती और उसके दो अन्य साथी पकड़े गए।

20 नंवबर को कानपुर से 57 किलोमीटर दूर पुखरायां में सुबह 3 बजे इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इसमें 153 लोगों की मौत हुई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल थे। हादसे में एस-1, 2, 3 और 4 नंबर बोगी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थी, जबकि 14 डिब्बे बेपटरी हो गए थे।



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