मल्हार मीडिया डेस्क।
19 फ़रवरी से शुरू हो रहे चैंपियंस ट्रॉफ़ी के मद्देनज़र पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ़्रीका के साथ त्रिकोणीय सीरीज़ को कराची और लाहौर शिफ़्ट करने का फ़ैसला किया है।
चार मैचों की त्रिकोणीय सीरीज़ पहले मुल्तान में खेली जानी थी। बोर्ड ने कहा कि इन मैचों को चैंपियंस ट्रॉफ़ी के वेन्यू पर शिफ़्ट किया जाना इतने बड़े टूर्नामेंट की मेज़बानी करने के प्रति बोर्ड के आत्मविश्वास के बारे में बताता है।
चैंपियंस ट्रॉफ़ी के मद्देनज़र लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम और कराची के नैशनल स्टेडियम में नवीनीकरण का कार्य चल रहा था जिसके चलते इन दोनों ही मैदानों पर पाकिस्तान के घरेलू सीज़न के सात में से एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला जा सका। हालांकि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक टेस्ट मैच कराची में खेला जाना प्रस्तावित था लेकिन बाद में उसे भी मुल्तान शिफ़्ट कर दिया गया था।
पाकिस्तान लगभग 30 वर्षों बाद किसी ICC टूर्नामेंट की मेज़बानी करने जा रहा है और इस क्रम में सबसे ज़्यादा नवीनीकरण गद्दाफ़ी स्टेडियम का हुआ है। 35 हज़ार दर्शकों की क्षमता वाले इस मैदान का उद्घाटन जनवरी महीने के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा।
15 मैचों वाले इस टूर्नामेंट के 10 या संभवत: 11 मैच रावलपिंडी, कराची और लाहौर में खेले जाएंगे। इसके अलावा भारत के सभी मैच और एक सेमीफ़ाइनल दुबई में खेला जाएगा। अगर भारत फ़ाइनल में पहुंचता है तो वह भी दुबई में खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल के आधार पर खेला जाना है क्योंकि भारत सरकार ने टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। जिसके बाद PCB, BCCI और ICC इस मॉडल पर टूर्नामेंट का आयोजन कराए जाने की सहमति पर पहुंचे थे।
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