ओम प्रकाश।
मई 2024 में इंग्लिश टीम के रेड बॉल कोच ब्रेंडन मैकुलम मीटिंग ज्वाइन करने न्यूजीलैंड से इंग्लैंड आते हैं. इस मीटिंग में रॉब की, ब्रेंडन मैकुलम और टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स शामिल होते हैं.
मीटिंग का मकसद जेम्स एंडरसन को यह बताना कि अब आप टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो जाइए. हम लोग भविष्य के बारे में सोच रहे हैं. एंडरसन को मीटिंग में बुलाकर यही बात कही गई.
कुछ दिन बाद एंडरसन सोशल मीडिया पर अपने टेस्ट रिटायरमेंट का एलान कर देते हैं. संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने लिखा, वेस्टइंडीज के खिलाफ लॉर्ड्स पर खेला जाने वाला पहला टेस्ट मेरे करियर का आखिरी मैच होगा.
इससे पहले एंडरसन को भी नहीं पता था कि वह इतनी जल्दी संन्यास लेंगे.
वेस्टइंडीज के विरुद्ध लॉर्ड्स टेस्ट के बाद उन्होंने खुद कहा था कि उन्हें दबाव डालकर रिटायर कराया गया है. एंडरसन की इच्छा कम से कम यह पूरा सीजन खेलने की थी. हो सकता उनके दिमाग में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का तीसरा चक्र खेलने की बात चल रही हो.
एंडरसन से जब कभी रिटायरमेंट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट जारी रखने की बात कही.
जून 2022 में वापसी करने वाले एंडरसन का हालिया प्रदर्शन इतना खराब नहीं रहा कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लें. इसी साल भारत दौरे पर उन्होंने 4 टेस्ट में 10 विकेट लिए थे. भारत के स्पिन ट्रैक पर किसी तेज गेंदबाज द्वारा 10 विकेट निकालना बड़ी बात है.
कैरेबियन टीम के विरुद्ध अपने आखिरी टेस्ट में उन्होंने 4 विकेट चटकाए थे. वहीं, अगर 2022 से लेकर 2024 की बात की जाए तो एंडरसन ने 2022 में 9 टेस्ट में 36 विकेट, 2023 में 6 टेस्ट में 15 विकेट और जुलाई 2024 तक 5 टेस्ट में 14 विकेट लिए थे.
किसी खिलाड़ी को जब जबरन रिटायर कराया जाता है, तो उसके अंदर कसक रह जाती है. उन्होंने खुद टेस्ट से फोर्सफुली रिटायरमेंट की बात कही थी. याद रहे जेम्स एंडरसन वो अभागे क्रिकेटर हैं जिन्हें ईसीबी ने टेस्ट और वनडे से जबरन रिटायर होने पर मजबूर किया.
2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप में जब इंग्लैंड की दुर्गति हुई तो एंडरसन पर भी गाज गिरी. इस विश्व कप के बाद वह कभी वनडे क्रिकेट नहीं खेल पाए. 2015 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम हर मोर्चे पर विफल रही थी. उसके बावजूद एंडरसन ने कोई शिकवा नहीं किया.
टेस्ट से रिटायर होने के एक महीने बाद अब उन्होंने व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई है. एंडरसन ने कहा कि वह इंग्लैंड के लिए नहीं खेल पाएंगे. व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने का मतलब उनका इशारा फ्रेंचाइजी क्रिकेट की तरफ है.
उन्होंने अपने करियर में कभी फ्रेंचाइजी क्रिकेट नहीं खेली. आखिरी बार साल 2014 में उन्होंने टी20 मैच खेला था. यह उनकी दृढ़ इच्छा है, जो उनसे 42 साल की उम्र में व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने को कह रही है.
अगर एंडरसन फ्रेंचाइजी क्रिकेट में आना चाहते हैं तो उन्हें खेलने का अवसर जरूर मिलेगा.
वह भले आईपीएल में न खेल पाएं लेकिन द हंड्रेड, कैरेबियन प्रीमियर लीग, बिग बैश लीग, लंका प्रीमियर लीग, पाकिस्तान सुपर लीग और साउथ अफ्रीका टी20 जैसी लीग उनके स्वागत के लिए तैयार हैं. आइए, जिम्मी एंडरसन हम आपका फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वेलकम करते हैं.
#JamesAnderson
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