मुख्यमंत्री शिवराज आज भोपाल की संकरी गलियों से घूमकर बहनों के घर पहुंचे और उन्हें लाडली बहना के स्वीकृति पत्र दिए। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से सुख-दुख बांटे और पूछा कि इस पैसे का क्या करेंगी? किसी ने कहा बच्चे को पढ़ाएंगे तो किसी ने कहा कि घर के कामों में लगाएंगे।
मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना पूर्ण होने में आज एक कदम और आगे बढ़ी।
आज 1 जून को महिलाओं को लाडली बहना योजना के स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री शिवराज ने खुद महिलाओं के घर जाकर स्वीकृति पत्र प्रदान किए। उन्होंने राजधानी भोपाल की दुर्गानगर झुग्गी बस्ती पहुँचकर बहनों को उनके घर पर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति-पत्र प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने हितग्राही बहनों से बातचीत कर उनका सुख-दुख जाना। मुख्यमंत्री शिवराज सँकरी गलियों से होते हुए बहनों के घर पहुँचे और बिना किसी औपचारिकता के बहनों एवं उनके परिवार के साथ बैठे।
उन्होंने बच्चों के नाम, उनकी पढ़ाई, पति के कामकाज आदि के बारे में जाना, बहनों की आरती उतारी और उन्हें लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति-पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को कोई कष्ट न हो, उन्हें कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़े इसलिए घर पर ही बहनों को योजना के स्वीकृति-पत्र प्रदान किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती शीतल महावर, श्रीमती सुषमा रायकवार, श्रीमती कांति पाल, श्रीमती सुनीता लोवंशी और श्रीमती उम्मेदी बाई को स्वीकृति-पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों के साथ बना दिल का रिश्ता उनकी बेहतरी और सुखी जीवन के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है।
गौरतलब है कि हाल ही में लागू मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रभावी कदम है।
योजना के क्रियान्वयन से एक संकल्प पूरा हो रहा है, इससे बहनों का आत्म-विश्वास बढ़ेगा और उनके सपने पूरे होंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान से बातचीत में श्रीमती सुनीता लोवंशी ने बताया कि योजना से मिलने वाले पैसे, वे अपनी बेटी की पढा़ई पर खर्च करेंगी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती उम्मेदी बाई के पेरालिसिस से प्रभावित परिजन के इलाज के लिए आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
सीएम शिवराज ने कहा कि इस योजना के माध्यम से पात्र बहनों के खातों में प्रतिमाह 1 हजार रुपये और वर्ष में 12 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। 10 जून से खातों में पैसे आना शुरु हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि हम सभी मिलकर बहनों तक स्वीकृति पत्र पहुंचाएंगे ताकि मेरी इन बहनों को दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े, परेशान न होना पड़े।
मल्हार मीडिया ब्यूरो।
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