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अटकलों को विराम, मोहन सरकार ने जारी की लाड़ली बहना की 8वीं किश्त

वामा            Jan 10, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने आज 10 जनवरी को 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों को लाड़ली बहना योजना की 8वीं किस्त जारी कर दी है।

इससे उन तमाम अटकलों को विराम लग गया जिनमें यह कहा जा रहा था कि नई सरकार में लाड़ली बहना योजना बंद हो सकती है।

गौरतलब है कि इसके लिए वित्त विभाग ने महिला एवं बाल विकास विभाग को किस्त की राशि 1,596 करोड़ रुपये जारी कर दी है।

आज मुख्यमंत्री मोहन यादव कुशाभाऊ ठाकरे हॉल से सिंगल क्लिक से कर महिलाओं के खाते में राशि ट्रांसफर की है।

गौरतलब है कि लाड़ली बहना योजना को पूर्व सीएम शिवराज ने चुनाव से पहले मई 2023 में शुरू की थी। जिसमें 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को 1000 रुपये देने का फैसला लिया गया था। जून में इसकी पहली किस्त जारी की गई थी।

इसके बाद राखी पर इस योजना की राशि को बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया।

अब तक इसकी 7 किस्तें जारी हो चुकी थीं, आज 11 बजे 8वीं किस्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जारी कर दी।

इस योजना का लाभ पाने वालों के लिए कई शर्तें थीं जिसमें कहा गया था कि जो बहनें इनकम टैक्स के दायरे में ना आती हों, अगर संयुक्त परिवार है तो पांच एकड़ से ज्यादा जमीन न हो, परिवार में कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी न करता हो।

घर पर ट्रैक्टर, चारपहिया वाहन न हो, इसके अलावा पूर्व सांसद, विधायक, पंचायत सदस्यों की पत्नि न हों, इन लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।

गौरतलब है कि लाडली बहना योजना की शुरुआत इस साल मार्च के महीने में सूबे के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने की थी। इसके तहत योजना में शामिल महिलाओं के खाते में 1250 रुपए भेजे जाते हैं।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 10 से 15 जनवरी 2024 तक महिला सशक्तिकरण सप्ताह मनाया जा रहा है।  

जिला स्तर पर लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायतों को पुरूस्कृत किया जायेगा. प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित बालिकाओं का सम्मान भी होगा।

इसके अलावा महिलाओं और युवाओं पर केंद्रित रोजगार मेलों का आयोजन 11,12 जनवरी को होगा।

मां तुझे प्रणाम योजना में कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल का 150 युवतियों के दल द्वारा भ्रमण, युवाओं को जिलों के प्लैनिटेनियम और ऑब्जर्वेटरी में स्टडी टूर, परंपरागत खेतों तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन,  मकर संक्रांति को आधुनिक विज्ञान से जोड़ते हुए विज्ञान मेलों का आयोजन होगा।

 



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