अनिरुद्ध दुबे।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ की दो बड़ी कला हस्तियों पूनम तिवारी एवं समप्रिया पूजा निषाद को सम्मानित करने की घोषणा की है। पूनम को संगीत नाटक अकादमी एवं समप्रिया पूजा को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
पूनम ख्याति प्राप्त नाट्य निर्देशक हबीब तनवीर के ग्रुप ‘नया थियेटर’ से बरसों जुड़ी रहीं। तनवीर साहब का सबसे चर्चित ड्रामा ‘चरणदास चोर’ था। इस ड्रामे में पूनम ने रानी और दासी दोनों भूमिका निभाई थी। ‘नया थियेटर’ में ही पूनम को दीपक तिवारी मिले, जो चरणदास चोर की भूमिका निभाया करते थे। दीपक और पूनम एक दूसरे को दिल दे बैठे।
पूनम दीपक की जीवन संगिनी हो गईं। दीपक व पूनम का एक बेटा वीरू व बेटी बेला हुई। हबीब साहब के ग्रुप में रहते हुए पूनम ने इंग्लैंड, फ्रांस, रशिया एवं जर्मनी जैसे देशों की यात्रा की और वहां अपने अभिनय की छाप छोड़कर आईं। ‘नया थियेटर’ से अलग होने के बाद दीपक एवं पूनम ने अपनी खुद की संस्था की नींव रखी।
विडम्बना देखिए दीपक लकवा के शिकार हो गए। लंबे समय तक बिस्तर में रहने के बाद अभाव भरी ज़िंदगी में उन्होंने दम तोड़ दिया। दीपक की मौत को कुछ ही समय बीता था कि बेटे वीरू ने भी दम तोड़ दिया। वीरू की जब शव यात्रा घर से रवाना हो रही थी पूनम ने कलेजे में पत्थर रखकर गीत गाया था “चोला माटी के राम...।“ इस पर बना वीडियो ख़ूब वायरल हुआ था। वह वीडियो मन को झकझोर कर रख देने वाला वीडियो था। पति एवं बेटे को खो देने के बाद भी पूनम ने हौसला नहीं खोया। अपनी कला साधना को वे जारी रखी हुईं हैं।
समप्रिया पूजा निषाद जानी-मानी पंडवानी गायिका हैं। जिस समय पुरस्कार की घोषणा हुई, ये अयोध्या में थीं। इन्होंने वेदमती शैली को अपनाया। 2009 से अपने गुरु पुनाराम निषाद के साथ मंच पर पंडवानी की प्रस्तुति देती आ रही हैं। 500 से ज़्यादा प्रस्तुतियां दे चुकी हैं।
1 मार्च को इन्होंने दिल्ली में पंडवानी की प्रस्तुति दी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त पंडवानी गायिका तीजन बाई ने समप्रिया पूजा से कहा था कि मैं तुम्हारी प्रस्तुति देखना चाहती हूं। पूजा ने तीजन के घर जाकर पंडवानी की प्रस्तुति दी। पूजा की लगातार दो घंटे प्रस्तुति देखकर तीजन बाई ने कहा था- “तूम्हारी प्रस्तुति मेरे मन में गहरी छाप छोड़ गई है। इस विधा को तूम दूर तक ले जाओगी।“
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