सामाजिक पत्रकारिता में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए जनसत्ता की प्रभाष पत्रकारिता वृत्ति

मीडिया            May 21, 2018


मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कौन- जो भी किसी देसी विधा/कारीगरी/पद्धति का सामाजिक अध्ययन कर सके और उस पर सरल हिंदी में लिख सके। (किसी भी तरह की डिग्री हो या न हो। पेशेवर पत्रकार हो या न हो।)

क्या - प्रस्तावित (और निर्धारित) विषय पर कम-से-कम 25,000 शब्दों का आलेख

कब- छह महीने की अवधि में (15 जुलाई 2018 – 15 जनवरी 2019)

कहां - शहरों और नई समृद्धि के इलाकों से परे बसे भारत में (गांव हो या नगर)

कैसे - ₹50,000 की राशि से (आधी काम शुरू होने के पहले, बाकी काम जमा करने के बाद)

क्यों - पत्रकारिता में देसी विधाओं, पद्धतियों और कारीगरी के अध्ययन और लेखन को बढ़ावा देने के लिए। क्योंकि श्री प्रभाष जोशी के लिए पत्रकारिता एक सामाजिक और नैतिक कर्म था।


प्रथम प्रभाष पत्रकारिता वृत्ति - सामाजिक पत्रकारिता का एक नया प्रयोजन

यशस्वी पत्रकार और ‘जनसत्ता’ अखबार के स्थापक-संपादक श्री प्रभाष जोशी देसी और सामाजिक मूल्यों वाले व्यक्ति थे। ‘प्रभाष परंपरा वृत्ति’ ऐसे कुछ पत्रकारों को प्रोत्साहन और समर्थन देगी जो देसी कारीगरी और उसकी भाषा को गहराई और संवेदना से परखें। इस वृत्ति के लिए आवेदन ऐसा कोई भी व्यक्ति भेज सकता है जो सामाजिक विषयों पर शोध कर सकता है और सरल हिंदी में साफ लिखना जानता है। सिर्फ ऐसे विषय जो किसी देसी विधा, पद्धति या कारीगरी में रमे लोग और उनके समाज को उन्हीं की आंखों से समझना चाहें। उनका काम जानें, उनकी भाषा और शब्दावली समझें, उनकी उपलब्धियों और परेशानियों को धीरज के साथ बूझें।

आवेदन भेजने की आखिरी तारीख 15 जून 2018 है। वृत्ति के इस पहले साल में इसे दो लोगों को दिया जाएगा, जिनके नामों की घोषणा प्रभाषजी के जन्मदिन 15 जुलाई को की जाएगी। हर आवेदन में कम-से-कम *दो पन्ने की विषय प्रस्तावना* होनी चाहिए और आवेदक का *दो पन्ने का परिचय* जिसमें संपर्क के लिए पता और फोन नंबर इत्यादि हो। प्रस्तावना में आवेदक यह साफ-साफ समझाएं कि वे किस जगह पर की कौन-सी कारीगरी या विधा का अध्ययन करेंगे। यह भी कि उन लोगों और उस विधा/कारीगरी को समझ कर उस पर लिखने की जरूरत क्यों है। अपने परिचय में आवेदक यह बताएं कि वे इस अध्ययन को करने के लिए उपयुक्त व्यक्ति क्यों हैं। औपचारिक शिक्षा या डिग्री का होना या ना होना इस वृत्ति में बहुत महत्व नहीं रखता, लेकिन अनुभवी पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की अनुशंसा पर ध्यान दिया जाएगा। अपने आवेदन के समर्थन में आप पहले लिखे हुए, छपे हुए लेख इत्यादि भेज सकते हैं, और ऐसी कोई भी सामग्री जिसे आप जरूरी समझें।

चुने जाने वाले लोगों को छह महीने के भीतर शोध पूरा कर के अपने विषय पर कम-से-कम 25,000 शब्दों का एक आलेख जमा करना होगा। वृत्ति की राशि ₹50,000 है, जिसका आधा भाग 15 जुलाई को दिया जाएगा, और बाकी आधा 15 जनवरी 2019 को काम पूरा कर के उसे जमा कर देने के बाद। वृत्ति पाने वालों को दिल्ली में एक दिन की कार्यशाला में प्रभाष जोशी की समाज और भाषा की संवेदना का परिचय दिया जाएगा।

अपना आवेदन 15 जून 2018 तक नीचे दिए पते पर डाक से भेजेंः

प्रभाष पत्रकारिता वृत्ति,
द्वाराः श्रीमती ऊषा जोशी,
ए-102, जनसत्ता अपार्टमेंट्स,
सेक्टर 9, वसुंधरा,
गाजियाबाद 201012 उत्तर प्रदेश

ईमेल से जानकारी मांगने के लिए – [email protected]

 



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