योगीजी के अपराधमुक्त उत्तरप्रदेश में टेनी

राजनीति            Dec 22, 2021


आलोक रंजन।
जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिवेणी संगम की धरती प्रयागराज से यह उद्घोष कर रहे थे कि प्रदेश के यशस्वी और उर्जावान मुख्यमंत्री योगी जी ने प्रदेश को अपराधमुक्त कर दिया है और अपराधियों को उनके सही जगह पहुंचा दिया है तब मेरे ज़ेहन में गृहराज्यमंत्री के पद पर आसीन अजय मिश्रा टेनी और उनके सुपुत्र 'जूनियर टेनी' की थार करामात कौंध रही थी।  

उनके इस दावे में कितनी सच्चाई और ईमानदारी है, यह इसी बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने पद पर बने हुए हैं।

इसी मुद्दे को लेकर जब एक राष्ट्रीय स्तर के समाचार चैनल के एक पत्रकार उनसे सवाल किया तो असंसदीय भाषा की इस्तेमाल करते हुए पत्रकार को झपट्टा मारने की कोशिश की जिसका प्रमाण वायरल वीडियो जगजाहिर है।

ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस झपट्टमार माननीय टेनी के बचाव के पीछे उत्तर प्रदेश की विधानसभा चुनाव और ब्राह्मण वोटों को लुभाने का प्रयास है।

मगर सवाल यह है कि क्या वाकई में ब्राह्मण समाज उनके इस प्रयास को स्वीकार करता है बजाए इसके कि अगर टेनी दोषी हैं तो उनपर उचित कार्रवाई होनी चाहिए?

क्या केंद्र सरकार गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर असंसदीय व्यवहार के लिए कार्यवाई न करके गलत संदेश नहीं दे रही है?

एक साल से भी अधिक चले किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए जिस तीन कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री मोदी माफ़ी मांगते हुए वापस लेना उचित समझा और केंद्र व राज्य सरकार को आंदोलनकारियों की लगभग हर मांग मानने की सहमति देनी पड़ी।

क्या अजय मिश्रा टेनी को गृहराज्यमंत्री के पद से बर्खास्त करने के बजाय उन्हें पद पर बने रहने देने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसान वोटों को खोने का डर नहीं है जबकि अजय टेनी लखीमपुर खीरी घटना से ही विवाद में चल रहे हैं।

जोकि किसान आंदोलन से ही संबंधित है? ऐसे ही ज़ेहन में उठ रहे कई अन्य सवालों का जवाब समय के साथ ही मिलेगा।

बहरहाल माननीय प्रधानमंत्री के अपराध मुक्त प्रदेश होने के दावा के साथ साथ निदा फ़ाज़ली साहब की चंद पंक्तियाँ  मेरे ज़ेहन में तैर रही हैं।

हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी...
जिसको भी देखना, कई बार देखना!!

लेखक युवा पत्रकार हैं।

 



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