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मप्र की 9 लोकसभा सीटों पर 7 को वोटिंग, आज से थम गया चुनावी शोरगुल

चुनाव            May 05, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्य प्रदेश की 9 लोकसभा सीट मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, राजगढ़, विदिशा, भोपाल, बैतूल पर सात मई को होने वाले मतदान के चलते इन क्षेत्रों में रविवार शाम 6 बजे से चुनावी शोर थम गया। इस बीच, चुनाव संबंधी कार्य में लापरवाही बरतने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के निर्देश पर अशोक नगर जिला कोषालय अधिकारी जितेंद्र कुमार आर्य को सस्पेंड कर दिया गया।

सोमवार को 20456 मतदान केंद्रों पर मतदान कराने के लिए मतदान दल रवाना किए जाएंगे। मतदान के मद्देनजर जिलों में कलेक्टरों की टीम हीट वेव से लोगों को बचाने और अधिक से अधिक मतदान कराने की तैयारी में जुटी है।

लोकसभा के तीसरे चरण के लिए मतदान मंगलवार को होना है। इन मतदान केंद्रों में चुनावी व्यवस्था का काम पूरा कर लिया गया है और मतदान दलों के गठन के साथ मतदान केंद्रों में मतदान की तैयारी भी कर ली गई है। इसी तारतम्य में सबसे अधिक फोकस अधिक से अधिक वोटिंग कराने पर है क्योंकि पहले दो चरण में वोटिंग का प्रतिशत काफी खराब रहा है।

इसके बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी चलें बूथ की ओर अभियान चला रहे हैं और जिलों में मतदाता जागरुकता के लिए होने वाले कार्यक्रमों में उनके दफ्तर में पदस्थ अफसरों को भी भेजा जा रहा है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि 9 लोकसभा सीटों पर कुल एक करोड़ 77 लाख 52 हजार 583 मतदाता हैं। इनमें से एक करोड़ 68 लाख 31 हजार 603 मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्ची वितरित की जा चुकी हैं।

अगले दोनों चरणों के मतदान वाले लोकसभा क्षेत्रों के सभी मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली मतदाता सूचना पर्ची बांटी जा रही है। इस क्यूआर कोड वाली मतदाता सूचना पर्ची से मतदाता अपने मतदान केंद्र का नाम, पता, क्रमांक, लोकेशन, राज्य और जिले का वोटर हेल्पलाइन नम्बर जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे।

यदि किसी मतदाता को वोटर पर्ची नहीं मिली है तो वह अपना वोटर आईडी कार्ड लेकर अपने मतदान केंद्र के बीएलओ के पास जाएं। वहां बने मतदाता सहायता केंद्र में वोटर आईडी दिखाएं। यहां बीएलओ आपकी मतदाता सूचना पर्ची दे देंगे।

लोकसभा चुनाव वाले क्षेत्रों में बाहर से आने वाले लोगों खास तौर पर राजनेताओं को क्षेत्र से बाहर जाना होगा। चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार लोकसभा क्षेत्र में संबंधित क्षेत्र का मतदाता ही रह सकता है। इसके चलते लोकसभा क्षेत्र में पुलिस द्वारा होटल्स, लॉज और अन्य स्थानों पर सर्चिंग भी की जाएगी और अगर कोई भी बाहरी व्यक्ति राजनीतिक मंशा से रुका हुआ पाएगा जाएगा तो उसे शहर से बाहर किया जाएगा।

 



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