मल्हार मीडिया भोपाल।
भोपाल में मेट्रो ट्रेन ऑन ट्रैक हो गई है। गुजरात के सांवली, बड़ोदरा से आए 3 कोच सोमवार को ट्रैक पर उतारे गए।
अगले 4 से 5 दिनों तक टेस्टिंग की जाएगी। फिर 25 सितंबर तक सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने फाइनल ट्रायल रन होगा। ट्रैक पर टेस्टिंग के दौरान शहर के लोग मेट्रो का दीदार कर सकेंगे।
इंदौर की तुलना में भोपाल में मेट्रो कोच 17 दिन देरी से पहुंचे। हालांकि, इनका ट्रायल 25 सितंबर से पहले करने पर फोकस है।
हालांकि, अभी कोच के इंटीरियल, टेस्टिंग समेत कई काम बाकी हैं। जो सुभाषनगर डिपो में दिन-रात चलेंगे। तभी फाइनल ट्रायल रन तय अवधि में हो सकेगा। इंदौर में 31 अगस्त को कोच पहुंचे थे।
मेट्रो के डायरेक्टर (सिस्टम) शोभित टंडन ने बताया कि ट्रैक पर मेट्रो कोच उतारने के बाद अब टेस्टिंग समेत अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएगी।
टेस्टिंग और अन्य कार्य में 15 से 20 दिन का समय लगता है। लेकिन इसे जल्दी करेंगे। पहले डिपो के अंदर ट्रायल होगा। फिर ट्रैक पर सेफ्टी ट्रायल रन करेंगे। इसके बाद फाइनल ट्रायल रन किया जाएगा।
मेट्रो ट्रेन के प्रत्येक कोच की 22 मीटर लंबाई और 2.9 मीटर चौड़ाई है। मेट्रो के एक कोच में करीब 50 पैसेंजर बैठ सकते हैं। वहीं, इसमें 300 पैसेंजर के खड़े रहने की क्षमता है।
भोपाल के एम्स से सुभाष नगर तक बिछाई गई 6.22Km ऑरेंज लाइन पर यह कोच दौड़ेंगे। हालांकि, ट्रायल रन सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन के बीच ही होगा। मई-जून 2024 में आम लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों का कहना है कि हर कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर और लंबाई 22 मीटर है। भोपाल आने पर कोच का पूजा-अर्चना कर ट्रैक पर लाया जाएगा। इस वजह से सुभाष नगर मेट्रो डिपो में प्लेटफार्म से जुड़ी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल आठ स्टेशन हैं। इनमें एम्स हॉस्पिटल, अलकापुरी, DRM ऑफिस, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, सरगम टॉकीज, DB मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाषनगर स्टेशन शामिल हैं।
ट्रायल रन करीब साढ़े तीन किलोमीटर में सुभाषनगर स्टेशन से आरकेएमपी स्टेशन तक किया जाएगा।
ट्रायल से पहले मेट्रो स्टेशनों पर लगे एस्कलेटर, लिफ्टस, (PEB) स्ट्रक्चर/शेड, ट्रैक, अग्निशमन संबंधित काम चल रहे हैं। ट्रायल के लिए सभी जरूरी काम 20 सितंबर तक पूरे किए जाने का टारगेट है।
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