मल्हार मीडिया डेस्क।
सीरिया के चार शहरों पर विद्रोही समूह का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बशर अल असद का मजबूत किला दमिश्क भी ढह गया। राष्ट्रपति बशर अल असद के सीरिया छोड़कर अज्ञात जगह पर जाने की खबरें हैं। वहीं उनका परिवार पहले ही सीरिया छोड़कर रूस जा चुका है। सीरिया में इस बदले हालात पर दुनिया भर की नजर है। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को सीरिया में दखल नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भी आड़े हाथों लिया। ट्रंप ने कहा कि पुतिन को असद को बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रंप ने पुतिन की आलोचना करते हुए कहा कि असद चले गए। उनके संरक्षक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अब उसकी रक्षा करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। यूक्रेन के कारण सीरिया में उनकी रुचि खत्म हो गई, जहां लगभग 6,00,000 रूसी सैनिक मारे गए या घायल हुए हैं। इस दौरान ट्रंप ने युद्ध विराम का आह्वान करते हुए चेतावनी दी कि यदि यह जारी रहा, तो यह बहुत बुरा हो सकता है।
आगे ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि निरंतर संघर्षों के बीच ईरान और रूस कमजोर हो गए हैं। ऐसे में इस स्थिति को हल करने में चीन भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने कहा कि रूस और ईरान अभी कमजोर स्थिति में हैं। एक यूक्रेन और खराब अर्थव्यवस्था के कारण, दूसरा इस्राइल और उसकी लड़ाई की सफलता के कारण। इसी तरह, ज़ेलेंस्की और यूक्रेन एक समझौता करना चाहते हैं। तत्काल युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत शुरू होनी चाहिए। बहुत सारे लोगों की जान बेवजह चली गईं, बहुत सारे परिवार नष्ट हो रहे हैं, और अगर यह जारी रहा, तो यह बहुत बड़ा और बहुत बुरा हो सकता है। मैं व्लादिमीर को अच्छी तरह से जानता हूं। यह उनके लिए कार्रवाई करने का समय है। चीन मदद कर सकता है।
सीरिया में मौजूद रहेंगे अमेरिकी सैनिक, आईएस को उभरने से रोकेंगेः पेंटागन
इस बीच, अमेरिका ने कहा कि उसके सैनिक पूर्वी सीरिया में अपनी उपस्थिति बनाए रखेंगे। अमेरिका आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से उभरने को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करेगा। मध्य पूर्व के लिए उप सहायक रक्षा मंत्री डैनियल शापिरो ने रविवार को सभी पक्षों से नागरिकों, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की रक्षा करने व अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का सम्मान करने का आह्वान किया।
बहरीन की राजधानी में मनामा डायलॉग सुरक्षा सम्मेलन में उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि सीरिया में अराजक परिस्थितियां आईएस को सक्रिय होने तथा दूसरे देशों में हमलों की योजना बनाने की क्षमता हासिल करने का मौका दे सकती हैं। हम अपने भागीदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए दृढ़ हैं, ताकि आईएस की क्षमताओं को कम करना जारी रखा जा सके।
विद्रोहियों के नेता ने लड़ाकों को सरकारी संस्थानों के पास जाने से रोका
वहीं, सीरिया में सबसे बड़े विद्रोही समूह के नेता ने अपने लड़ाकों को सरकारी संस्थानों के करीब जाने से रोक दिया और कहा कि वे फिलहाल देश के प्रधानमंत्री की निगरानी में रहेंगे। एचटीएस नेता अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने अपने लड़ाकों को राजधानी दमिश्क में हवा में गोलियां चलाने से भी रोक दिया।
दमिश्क के माजेह जिले में इस्राइली हमलों के दावों के बीच यरूशलम ने सीरियाई बफर जोन में अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है। इस्राइली सेना के प्रवक्ता ने बताया, सीरिया के घटनाक्रम व हथियारबंद लोगों के बफर जोन में प्रवेश की आशंका को देखते हुए इस्राइल ने बफर जोन में अपने सैनिक तैनात कर दिए हैं। इसका उद्देश्य गोलान हाइट्स कस्बों में रह रहे इस्राइली नागरिकों की सुरक्षा करना तथा सीमा पर हालात को नियंत्रण में रखना है।
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