मल्हार मीडिया भोपाल।
पीएम आवास योजना के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। एक ही परिवार के दो भाई इस मामले में आमने-सामने हैं।
दरअसल मध्यप्रदेश के सीहोर के रेहटी के ग्राम सेमरी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण कार्य को लेकर आवेदक रिखीराम आ० शयामलाल ने अपने भाई विश्रामसिंह और उसके बेटों अनिल व सुनील पर अवैध कब्जा करने, फर्जी दस्तावेज़ों से सरकारी योजना का लाभ लेने और पक्के व्यावसायिक निर्माण का आरोप लगाया है।
न्यायालय में दायर आवेदन में कहा है कि ग्राम सेमरी की खसरा क्रमांक 122/7 की आबादी भूमि के भू-खंड पर उनका और विश्रामसिंह का बराबर-बराबर हिस्सा है।
आवेदक का दावा है कि विश्रामसिंह ने कूटरचित दस्तावेज़ों के आधार पर ग्राम पंचायत से सांठगांठ करके प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्राप्त किया और रिखीराम पुराने कच्चे मकान को तोड़कर संपूर्ण भू-भाग पर अवैध रूप से पक्का निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
रिखीराम ने यह भी बताया कि इस मामले में पूर्व में भी न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश पारित किया जा चुका है। बावजूद इसके विश्रामसिंह ने उस आदेश की अवहेलना करते हुए निर्माण कार्य जारी रखा गया।
योजना की आड़ में व्यावसायिक निर्माण
मामले की गंभीरता को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि आवेदक रिखीराम ने अनावेदकों पर सरकारी योजना का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
रिखीराम द्वारा दिए गए आवेदन के अनुसार न्यायालय द्वारा पूर्व में विश्रामसिंह के नाम पर 30x30 = 900 वर्गफुट का पट्टा प्रदान करने का आदेश दिया गया था।
लेकिन रिखीराम का आरोप है कि विश्रामसिंह ने इस स्वीकृत क्षेत्रफल से कई गुना अधिक लगभग 3900 वर्गफुट (60x65) पर पक्का निर्माण कर रहे हैं।
इस निर्माण में रेहटी-भोपाल रोड पर चार दुकानें बनाई जा रही हैं। जिसका स्पष्ट उद्देश्य व्यावसायिक उपयोग करना है। रिखीराम ने कहा है कि विश्रामसिंह ग्राम पंचायत से सांठगांठ कर शासन को धोखा दे रहे हैं और छत डालने की तैयारी कर रहे हैं जिसे तत्काल रोका जाना आवश्यक है।
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