मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्य प्रदेश के उज्जैन के बड़नगर क्षेत्र में चंबल नदी के पास एक दर्दनाक हादसा हो गया। देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे नदी में गिर गई।
हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग पानी में डूब गए, जिनमें से 12 को स्थानीय लोगों, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने बाहर निकाला। इनमें से दो की मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं, एक अब भी लापता है, जिसकी तलाश तेजी से की जा रही है।
घटना आज गुरुवार दोपहर इंगोरिया के पास नरसिंगा घाट पर हुई। प्राथमिक जांच के अनुसार, 12 साल के एक बच्चे ने ट्रैक्टर में लगी चाबी अनजाने में घुमा दी, जिससे वाहन स्टार्ट हो गया और रेलिंग तोड़ते हुए चंबल नदी में धंस गया।
ट्रॉली में एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु सवार थे, जो माता की मूर्ति विसर्जन के लिए गए थे।
हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों ने बहादुरी दिखाते हुए बचाव कार्य शुरू किया, जिसमें एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें भी शामिल हो गईं। क्रेन की मदद से ट्रैक्टर-ट्रॉली को नदी से निकाल लिया गया है।
इस हादसे से पहले की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें विसर्जन के बाद बच्चे नदी में नहाते नजर आए। बताया जा रहा है कि इसके बाद सब ऊपर चड़ पर आए और ट्रॉली में सवार हो गए। तभी किसी बच्चे ने ट्रैक्टर में लगी चाबी घुमा दी और ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ती हुई नदी में गिर गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चार लोगों को नजदीकी गौतमपुरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दो की दुखद मौत हो गई।
मृतकों में 16 वर्षीय पृथ्वी राज और 8 वर्षीय वंश शामिल हैं। वहीं, 10 वर्षीय अमिश और 6 वर्षीय अंश की हालत गंभीर होने पर उन्हें इंदौर के उच्च चिकित्सा केंद्र रेफर कर दिया गया। एडिशनल एसपी अभिषेक रंजन ने बताया कि लापता शुभम की तलाश में गोताखोरों की मदद ली जा रही है।
उन्होंने कहा, हादसा बेहद दर्दनाक है, सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
आज 2 अक्टूबर को नवरात्र के समापन पर बड़नगर के नरसिंगा गांव में धार्मिक उन्माद चरम पर था। स्थानीय मंदिर से माताजी की भव्य प्रतिमा को विसर्जन के लिए निकाला गया था।
श्रद्धालु नाच-गान कर रहे थे, ढोल-नगाड़ों की थाप पर जुलूस बढ़ रहा था। ट्रैक्टर पर मूर्ति बंधी हुई थी, और उसके पीछे-आगे 8-10 लोग सवार थे - ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग।
चालक ने ट्रैक्टर नदी के किनारे पर रोका, ताकि मूर्ति को पानी में उतारा जा सके। लेकिन इसी दौरान एक 12 साल का बच्चा, जो उत्साह में उछल-कूद कर रहा था, ट्रैक्टर के केबिन में चढ़ गया। चाबी लगी हुई थी, और बच्चे ने जिज्ञासावश उसे घुमा दिया।
अचानक ट्रैक्टर स्टार्ट हो गया। इंजन की गर्जना के साथ वाहन आगे बढ़ा, और नदी के तट की खड़ी ढलान पर फिसलते हुए चंबल की तेज धार में समा गया। चश्मदीदों के मुताबिक, ट्रैक्टर करीब 20 फीट गहराई तक डूब गया। मूर्ति और लोग पानी में बिखर गए।
चीखें गूंज उठीं - बचाओ! मां! लेकिन चंबल का उफान सब कुछ लील गया। ग्रामीणों ने तुरंत रस्सियां फेंकीं और हाथ बढ़ाए, लेकिन धारा इतनी तेज थी कि कई लोग बहने लगे।
पूर्व कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल ने कहा कि यह दुखद घटना है। मेरा मुख्यमंत्री और प्रशासन से निवेदन है कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा तत्काल दिया जाए। एडीएम, एसडीएम से इस संबंध में बात हुई है।
बड़नगर विधायक जितेंद्र पंड्या ने बताया कि कार्यकतार्ओं ने जैसे ही बताया मैं बड़नगर से 20-25 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गया था। डॉक्टर, पुलिस, प्रशासन की टीम यही है।
दो को इंदौर रेफर किया है। एक मिसिंग है, जिसे एसडीआरएफ सहित बचाव दल की टीम सर्च कर रही है। विधायक ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने का आश्वासन दिया।
उज्जैन के एएसपी अभिषेक रंजन ने बताया कि कुछ युवा और बच्चे माता जी का विसर्जन करने आए थे, तभी अचानक ट्रॉली और ट्रैक्टर दोनों नदी में गिर गए, जिससे ट्रॉली में सवार 12 लोगों में से 8 लोग बाहर आ गए और 4 को अस्पताल ले जाया गया।
दो की मौत हो गई है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द स्वस्थ हों, सभी लोग तुरंत यहां पहुंच गए। हादसा इंगोरिया के पास देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ। मृतकों में पृथ्वी राज (16) और वंश (8) शामिल हैं। वहीं अमीश (10) और अंश (6) को इंदौर रेफर किया गया।
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