मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के हरदा के छीपाबड़ इलाके के एक गांव में 5 साल की बच्ची से रेप के आरोपी सुनील कोरकू ने जहर खा लिया है। उसे भोपाल रेफर किया गया है। रविवार सुबह उसे गिरफ्तार किया गया। शनिवार शाम पुलिस को उसके रहटगांव थाना क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद अलग-अलग टीमें रात भर सर्चिंग में लगी रहीं।
आरोपी नजरपुरा गांव में खेत में छिपा था। सुबह पुलिस को देखकर वह भागने लगा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने पीछा कर पकड़ लिया। पता चला है कि पकड़े जाने के डर से उसने पहले ही जहर खा लिया था।
पीड़ित बच्ची के पिता ने कहा कि मैं पुलिस टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने पूरी ताकत, दलबल लगाकर आरोपी को पकड़ा। उसे फांसी की सजा मिलना चाहिए। इससे पहले, छह थानों और पुलिस लाइन के करीब 200 पुलिसकर्मी उसे खोजने में जुटे थे।
हरदा से बैतूल और खंडवा की सीमा तक 250 किमी क्षेत्र में फैले जंगल में ड्रोन के जरिए आरोपी की तलाश की जा रही थी। एसपी अभिनव चौकसे खुद भी जंगल में डेरा डाले रहे। आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी पहले भी एक रेप केस में 3 साल की सजा काट चुका है।
बताया जा रहा है कि आरोपी नजरपुरा के पास के खेतों में छिपा था। यहां उसने किसी खेत में रखी जहरीली दवा अपने पास रख ली थी। पुलिस जब पकड़ने आ रही थी, उससे पहले ही उसने जहर खा लिया। जब उसे पकड़कर मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर आए, तब उसने जहर खाने की बात पुलिस को बताई। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे भोपाल रेफर कर दिया गया है।
पीड़िता की दादी ने कहा- हमारा और उसके मामा का घर आमने-सामने है। बच्चे तो घर के बाहर खेलते ही हैं। उस दिन वह घर के बाहर निकला और कुरकुरे दिलाने के बहाने हमारी बच्ची को दुकान तरफ ले गया। हमें पता ही नहीं चला। बहुत देर तक बच्ची नहीं दिखी तो मैं दुकान वाले के पास गई।
पता चला कि वह कुरकुरे दिलाकर उसे दूसरी तरफ में ले गया है। थोड़ा और आगे जाकर पूछा तो एक महिला बोली वो तो नदी तरफ ले गया है। मैं डर गई। भगवान भोलेनाथ का नाम लेने लगी। हम परिवार के लोगों ने मिलकर इस घाट से उस घाट खोजना शुरू किया।
एक जगह नदी किनारे मेरी बच्ची दिख गई। वह रो रही थी। हम उसे उठाकर घर ले आए। बच्ची दर्द से कराह रही थी। उसने चीखते हुए सब कुछ बताया और फिर अचेत हो गई। बच्ची को हम अस्पताल लेकर भागे। उसके साथ गलत काम करने वाले को फांसी दो, मुझे न्याय चाहिए।
शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव दुष्कर्म पीड़ित के परिजन से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी मूल जिम्मेदारी से भटक गई है। मध्यप्रदेश में अब बेटी पढ़ाओ की जगह बेटी बचाओ अभियान शुरू करने की जरूरत है।
हरदा के छीपाबड़ इलाके के एक गांव में रोज की तरह सोमवार (23 सितंबर) को पिता दुकान से घर लौटे, बेटी नजर नहीं आई, तो मां से उसके बारे में पूछा। खोजबीन शुरू की। देर शाम वह नदी किनारे अचेत हालत में मिली। पहले घर फिर पुलिस की मदद से तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन महिला डॉक्टर नहीं होने के कारण सिराली रेफर कर दिया गया।
देर रात बच्ची को होश आया। पुलिस ने उससे पूछताछ की। जांच में रेप की पुष्टि हुई। बच्ची की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया। बच्ची से दुष्कर्म की सूचना मिलते ही सेन समाज के लोग देर रात सिराली पहुंचे। सरकारी अस्पताल के बाहर लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई। छीपाबड़ पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नाबालिग से रेप की धाराओं में केस दर्ज किया।
मूलतः खंडवा जिले के रोशनी चौकी के ग्राम खारी टिमरनी का रहने वाला आरोपी सुनील पिता जयनारायण कोरकू (22) आठ दिन पहले मामा के घर आया था। मामा के घर के पास ही रहने वाली 5 साल की बच्ची को कुरकुरे दिलाने के बहाने नदी किनारे ले गया। यहां दुष्कर्म कर फरार हो गया। उसे खोजने के लिए भोपाल से मंगवाए गए नाइट विजन ड्रोन की मदद भी ली गई थी।
चौथे दिन यानी गुरुवार को सिराली के फाॅरेस्ट ऑफिस के पास आरोपी के सड़क से गुजरने का एक CCTV वीडियो सामने आया। आरोपी ने सिराली के पास गांव में एक किसान से काम भी मांगा। काम नहीं मिला तो आगे जंगल की तरफ बढ़ गया।
आशंका हुई कि वह जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर हरदा-खंडवा के बीच रोशनी के जंगलों में छिपा है। लिहाजा, हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने भोपाल स्थित मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम के अधिकारियों से चर्चा कर नाइट विजन और थर्मल इमेज सुविधायुक्त ड्रोन कैमरे की व्यवस्था की।
सेन समाज के लोगों ने जिला अस्पताल के सामने हंगामा किया। आक्रोशित भीड़ ने सिराली में सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर चक्काजाम किया। इस दौरान सिर्फ एम्बुलेंस और स्कूल वाहन निकलने दिए गए।
सिराली में जाम खत्म होने के बाद करणी सेना, सेन समाज सहित अन्य संगठनों ने मसनगांव में नर्मदापुरम-खंडवा स्टेट हाईवे 2 बजे जाम कर दिया। प्रदर्शन शाम 5 बजे तक चला। लोगों की मांग थी कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए। मसनगांव में आंदोलन के दौरान लोग एसपी अभिनव चौकसे को मौके पर बुलाने पर अड़ गए। एसडीएम कुमार शानू देवड़िया, एएसपी राजेश्वरी महोबिया भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
इधर, एसपी ने आरोपी सुनील कोरकू की गिरफ्तार पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। आरोपी को पकड़ने के लिए 5 टीमें गठित की। जिला अधिवक्ता संघ ने फैसला लिया कि कोई वकील आरोपी की पैरवी नहीं करेगा।
छीपाबड़ थाना टीआई मुकेश गौड़ के मुताबिक 23 सितंबर को करीब 8.40 को बालिका के साथ दुष्कर्म करने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर खोजबीन की, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। उन्होंने बताया कि आरोपी सुनील कोरकू ने 2021 में भी उसी गांव की एक नाबालिग से भुट्टा खिलाने के बहाने साथ ले जाकर रेप करने का प्रयास किया था।
लेकिन बच्ची मौका पाकर भाग निकली थी। बच्ची की शिकायत पर खालवा थाने में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया था। जेल में तीन साल रहने के बाद वह करीब तीन महीने पहले ही जेल से बाहर आया था।
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