मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के पास दीवार गिरने की घटना में दो लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए पांच अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम भारी बारिश के कारण महाकाल मंदिर के सामने एक इमारत की चारदीवारी का हिस्सा ढह गया, जिसमें अजय योगी (27) और फरहीन राठौड़ (22) की जान चली गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। घटना उस वक्त हुई जब पीड़ित अपनी अस्थायी दुकान समेट रहे थे।
जिला प्रशासन ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा और बीट प्रभारी उप निरीक्षक भरत सिंह निगवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि दोनों अधिकारी क्षेत्र की सुरक्षा और निगरानी में लापरवाही के दोषी पाए गए हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा, उज्जैन नगर निगम ने भी इस मामले में सख्त कदम उठाए हैं। नगर निगम प्रमुख आशीष पाठक ने जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर उप अभियंता गोपाल बोयात और अतिक्रमण रोधी दल के प्रभारी मनीष बाली को निलंबित कर दिया। निलंबन आदेश में कहा गया है कि दोनों कर्मचारियों को महाकालेश्वर मंदिर के आसपास अवैध अतिक्रमण हटाने का कार्य सौंपा गया था, लेकिन वे इस कर्तव्य को पूरा करने में असफल रहे।
पांचवें निलंबित अधिकारी महाकालेश्वर मंदिर के सुरक्षा अधिकारी और प्लाटून कमांडर (होमगार्ड) दिलीप बामणिया हैं, जिन पर भी लापरवाही का आरोप लगा है। जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने इस घटना को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में अवैध अतिक्रमण और सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है, जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
घटना के बाद शनिवार को महाकाल मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में सभी अवैध अस्थायी दुकानों और अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई की गई। प्रशासन ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।
Comments