मल्हार मीडिया भोपाल।
जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को मोरडोगरी परासिया निवासी एक साल के गर्विक पवार की नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई।
इसके साथ ही छिंदवाड़ा में मरने वाले बच्चों की संख्या 20 हो गई है। इसके अलावा दो बैतूल में और एक पांढुर्ना में भी मौत हो चुकी है।
कुल मिलाकर मप्र में 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। उधर दो बच्चों की जानकारी भी सामने आ रही है, पर प्रशासन पुष्टि नहीं कर रहा है। दोपहर में जारी हुई प्रशासन की लिस्ट में आज मरने वाले बच्चे का नाम मयंक पिता निलेश सूर्यवंशी बताया गया है।
इस बीच इस कांड में बड़ी कार्रवाई हुई है। कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा के डायरेक्टर गोविंदन रंगनाथन को SIT ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है। टीम ने बुधवार रात रंगनाथन के ठिकाने पर दबिश देकर उसे पकड़ा। आरोपी पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित था। वह अपनी पत्नी के साथ फरार था।
SIT ने कंपनी के प्रोडक्शन रिकॉर्ड, दवाओं के सैंपल और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने बताया कि रंगनाथन को चेन्नई के सैदापेट मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया है। वहां से उसकी ट्रांजिट रिमांड मांगी जाएगी और जल्द ही उसे छिंदवाड़ा लाया जाएगा। जांच टीम ने रंगनाथन का चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे पर स्थित 2,000 वर्ग फुट का अपार्टमेंट सील कर दिया है। वहीं उसका कोडम्बक्कम स्थित रजिस्टर्ड ऑफिस बंद मिला।
इस मामले की जांच को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा। याचिकाकर्ता वकील विशाल तिवारी ने मांग की है कि इस मामले की जांच राष्ट्रीय न्यायिक आयोग या सीबीआई की विशेषज्ञ टीम से कराई जाए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को नागपुर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती चार बच्चों का हाल जाना और उनके परिजनों से मुलाकात की। जानकारी के अनुसार, अंबिका विश्वकर्मा न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जबकि कुणाल और हर्ष यदुवंशी का इलाज नागपुर एम्स में चल रहा है।
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