मल्हार मीडिया ब्यूरो।
रोहतक रेंज के आइजी रहे आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस में नया मोड़ सामने आया है। आईजी ऑफिस की साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप राठर ने रोहतक में अपने आवास पर सिर में गोली मारकर आत्महत्या की है। घटनास्थल से पांच पेज का फाइनल नोट (सुसाइड नोट) मिला है। नोट में आईपीएस पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
रोहतक-साइबर सेल में तैनात एएसआई ने पांच पेज के सुसाइड नोट आईपीएस पूरन कुमार पर कई आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी बनाया है। उन्होंने आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए डीजीपी को ईमानदार बताया है। उन्होंने नोट में पूरन कुमार को भ्रष्टाचारी बताया और लिखा कि पूरन कुमार ने गिरफ्तारी के डर से सुसाइड किया है। उन्होंने लिखा कि मैं अपनी शहादत देकर जांच की मांग कर रहा हूं। इस भ्रष्टाचार परिवार को छोड़ा नहीं जाए।
सुसाइड नोट में इन प्वाइंट्स पर दिया जोर
उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं संदीप कुमार पुत्र दयानंद, गांव जुलाना जींद से हूं। मैंने अपनी जिंदगी में सच्चाई का साथ दिया है। उन्होंने लिखा कि मैंने सच्चे और ईमानदार लोग पसंद है। मेरे दादा और छोटे दादाजी सेना में रहे और वे देश के लिए लड़े। मेरी रगों में देशभक्ति है। उन्होंने लिखा कि देश और समाज से बड़ा कोई नहीं होता। संदीप ने अपने सुसाइड नोट में आईपीएस पूरन कुमार को भ्रष्टाचारी बताया और डीजीपी शत्रुजीत कपूर को ईमानदार और निडर व्यक्ति बताया है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वहीं, सुसाइड नोट की अटकलों को लेकर एक अधिकारी ने कहा कि हम इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच फिलहाल प्रारंभिक चरण में है। संदीप की कथित आत्महत्या वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत को लेकर बढ़ते विवाद के बीच हुई है। बता दें कि 52 साल के पूरन कुमार ने चंडीगढ़ मे अपने आवास पर खुद को गोली मार ली थी। वह हाल ही में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) में महानिरीक्षक के पद पर तैनात हुए थे।
डीजीपी पर लगाए आरोप
पूरन कुमार ने कथित तौर पर अपने आठ पेज के फाइनल नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर (जिन्हें अब छुट्टी पर भेज दिया गया है) तत्कालीन रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर "घोर जाति-आधारित भेदभाव, लक्षित मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार" का आरोप लगाया है।
Comments