ममता मल्हार।
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती को कभी भारतीय जनता पार्टी फायरब्रांड नेता मानी और कही जाती थीं।
आज मध्यप्रदेश सरकार के नशामुक्ति अभियान के कार्यक्रम में सुश्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज की तारीफ की उन्हें चेतावनी भी दी और उनके व प्रदेश के लिए आर्शीवाद भी मांगा।
उमा भारती ने इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक तरफ तारीफ की. वहीं दूसरी तरफ नई शराब नीति को लेकर उन पर निशाना भी साधा।
उमाभारती का यह व्यैक्तिक स्वभाव है कि एक तरफ वे नाराजगी भरी चेतावनी देती हैं तो दूसरी तरफ सार्वजनिक मंच से तारीफ करने से भी नहीं चूकतीं।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में गांधी जयंति पर आयोजित सरकार के नशामुक्ति कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मुक्त कठ से प्रशंसा करते हुए उन्हें राजा जनक की संज्ञा दे दी।
उमा भारती ने कहा कि भाई शिवराज सिंह को मैं एक ऐसा व्यक्ति मानती हूं जो राज्य भी करता है और संत जैसा जीवन भी जीता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए जनता से आर्शीवाद मांगते हुए कहा कि मध्यप्रदेश देश में नशामुक्ति का प्रतिनिधित्व करेगा, हाथ उठाकर शिवराज को आशीर्वाद दो।
उन्होंने मंच से कहा कि सीएम शिवराज ने क्रांतिकारी आंदोलन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति अभियान के लिए आए हैं तेरे दर पे कुछ करके उठेंगे या मेरे मन की होगी या मर के उठेंगे।
सुश्री भारती ने मध्यप्रदेश को देश की नाभि बताते हुए कहा कि नाभि टल जाए तो गड़बड़ हो जाती है।
शिवराज जी की कई योजनाओं के बदौलत मप्र इस मामले में भी मॉडल स्टेट बनेगा और दूसरे हमसे सीखेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवराजजी मेरी बातों को सम्मान देते हैं, वे मुख्यमंत्री भी हैं और साधु भी।
मप्र पहला राज्य है जिसने बेटियों के साथ दुराचार करने वालों के मकान तोड़े।
उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए कामना करते हुए कहा कि। शिवराज सिंह कार्य में सफल हों।
उमा भारती ने यह भी कहा कि मेरी चिंता का विषय शराब है। इसमें कोई राजनीतिक इच्छा नहीं है।
मेरे हाथ से पत्थर पड़ गया। मेरे अपनों ने नाराजगी जताई। लोगों ने कहा आप पूर्व मुख्यमंत्री हैं।
इस अवसर पर सुश्री उमा ने कहा कि मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले कहा आजादी की लड़ाई बहुत पहले से चली, पर जब यह जन आंदोलन बना तब सफलता मिली।
सरकार और समाज अपना रोल निभाएंगे, तो सफलता होगी। 10 साल का इंडेक्स निकालकर देखना होगा। तब पता चलेगा हमको नशा कितना भारी पड़ रहा है। युवतियों से अपील है कि कुंवारी रह जाना पर शराबी, नशेड़ी से शादी न करना।
दहेज प्रथा को भी रोकना होगा। उसे तय करना होगा कि दहेज लेने वाला नौकर हो सकता है, पति नहीं।
सरकार नियंत्रित शराब की व्यवस्था दे, सरकार यह सुनिश्चित करें कि जो शराब पीकर सड़क पर दिखाई दे, तो उसे थाने में बंद कर दें।
लड़की को छेड़ने पर जैसे लोग मिलकर पिटाई कर देंगे। वैसा शराबी के साथ भी किया जा सकता है। इसे गलत नहीं मानते। घर में महिलाएं न पीने दें।
गौरतलब है कि कुछ माह पहले उमा भारती ने मध्यप्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई नशामुक्ति अभियान छेड़कर। उन्होंने सीधे शराब दुकान पर पत्थर ही चला दिये।
उसके बाद वे काफी नाराजगी भरी बयानबाजी करती रहीं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से उन्हें आश्वासन मिला।
पर वे बीच-बीच में अपनी नाराजगी किसी न किसी बहाने दर्ज कराती रहीं।
उन्होंने आज 2 अक्टूबर रविवार को नशामुक्ति के खिलाफ भोपाल में 5 किमी की पदयात्रा निकाली।
उमा भारती ने अपनी इस यात्रा के जरिये प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को भी संदेश देने की कोशिश की है।
उन्होंने परोक्ष रूप से चेतावनी भी दी है कि अगर आगामी मार्च में आने वाली आबकारी नीति में उनके सुझाओं को नहीं माना गया तो वह शिवराज सरकार के खिलाफ और मुखर हो सकती हैं।
इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर प्रदेश में नशा मुक्ति का अपना संकल्प दोहराया।
Comments