मल्हार मीडिया।
हमारी समृध्द विरासत और विकास का आधार गांव हैं। देश दुनिया को व्यवहारिक रूप से यह बात समझाने की कोशिश में जुटा है दीनदयाल शोध संस्थान। मप्र के चित्रकूट में 24 से 27 फरवरी के बीच अयोजित ग्रामोदय मेले को देखते हुए यही कहा जा रहा है। क्योंकि ग्रामीण विकास के लिए प्रतिबद्ध लोगों को दिशा देने के लिए यहां न केवल ग्रामीण भारत की प्रदर्शनी लगाई जा रही है। बल्कि वैचारिक मूल्यों की स्थापना में ग्रामोदय मीडिया चौपाल का मंथन बतौर माध्यम इसमें पत्रकारों की भूमिका भी सुनिश्चित करेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीडिया से जुडे दिग्गज यहां 25 से 27 फरवरी के बीच चलने वाले तीन दिवसीय चौपाल में शामिल होंगे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन स्पंदन संस्था द्वारा किया जा रहा है। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार बलदेव भाई शर्मा, जगदीश उपासने के साथ माखनलाल पत्रकारिता विवि के कुलपति प्रो ब्रजकिशोर कुठियाला प्रमुख रूप से शामिल होंगे। इतना ही नहीं माखनलाल पत्रकारिता विवि द्वारा यहां ग्रामीण विकास पत्रकारिता पर 7 दिवसीय कार्यशाला भी आयोजित की जा रही है। जहां देश के ख्यातनाम पत्रकार ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने में पत्रकारीय भूमिका पर वैचारिक मंथन करेंगे। अपने आप में इस कार्यक्रम को इसलिए भी अनूठा माना जा रहा है, क्योंकि यहां पहली बार प्रदर्शनियों के प्रदर्शन के साथ समाज में वैचारिक वातावरण बनाने के लिए कृषि एवं कौशल विकास को लेकर सेमिनार, परिचर्चाएं, प्रतियोगिताएं और जनसंवाद को प्रमुखता दी गई है। क्योंकि य़ह आयोजन गांव एवं ग्रामीण के विकास, स्वच्छता, रोजगार आदि विषय पर केन्द्रित है।
देश एकात्म मानववाद के प्रणेता पं दीनदयाल उपाध्य और इस दर्शन के शिल्पी नानाजी देशमुख की जन्मशती मना रहा है। इस परिप्रेक्ष्य में पं दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा ग्रामोदय मेला प्रदर्शनी एवं संवाद का आयोजन किया गया है। जिससे देश की विरासत, प्रगति और विकास को प्रदर्शित किया जा सके। संस्थान 24 से 27 फरवरी के बीच ग्रामीण विकास की अवधारणा को आयाम
देने वाले नाना जी देशमुख की सप्तम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम भी कर रहा है।
सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रदर्शनी कृषि की आधुनिक तकनीकि का प्रदर्शन विभिन्न विषयों पर प्रतिदिन सेमिनार परम्परागत उद्योगों, उत्पादों से निर्मित वस्तुओं का प्रदर्शन एवं विक्रय आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित़्सा तथा योग से संबंधित विशेषताओं का प्रदर्शन
मध्यप्रदेश और गुजरात के राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली, हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविन्द के साथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलौत, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय सडक परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रुढी के साथ केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और सुदर्शन भगत भी ग्रामोदय मेले में शामिल हो रहे हैं।
ग्रामीण विकास पर देश का जनमानस समझने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघके सरसंघ चालक डॉ मोहन भागवत जनसंवाद करेंगें। यह कार्यक्रम आयोजन के अंतिम दिन यानी 27 फरवरी को होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहेंगें। जबकि उद्धाटन सत्र में बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविद के साथ केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद्र गहलोत और केंद्रीय किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह उपस्थित रहेंगे।
कृषि मंत्रालय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय, कौशल विकास मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय,पंचायती राज मंत्रालय, स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, उपभोक्ता मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, जनजाति कार्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, रेलवे मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय, पेट्रोलियम मंत्रालय, ऊर्जा नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, तकनीकी शिक्षा एवं विज्ञान मंत्रालय, जल संसाधन मंत्रालय, तकनीकी शिक्षा एवं विज्ञान मंत्रालय, रासायनिक उर्वरक मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय
नेशनल बुक ट्रस्ट दिल्ली, प्रभात प्रकाशन दिल्ली, खादी ग्रामोद्योग, कृषक भारती, नेहरू युवा केंद्र संगठन, शक्ति इंपोरियम गिरजाघर झाबुआ, मध्य प्रदेश औद्योगिक सहकारी संघ छतरपुर, महीनृद्रा स्वराज ट्रैक्टर्स सतना, आयुर्वेद कालेज रीवा, आयुष निदेशालय भोपाल, मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड भोपाल, उद्योग विभाग भोपाल, हैंडलूम उद्योग सतना, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट सतना, दुग्ध डेयरी संघ सतना, पशुपालन विभाग सतना मध्यप्रदेश, ऊर्जा विकास कारपोरेशन लिमिटेड रीवा, लेटेस्ट चिकन परिधान लखनऊ। इनके अलावा 150 स्थानीय एवं अंतर राज्य कामगार स्वरोजगार वाले स्टॉल लगाए जाएंगे।
कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंत्रालयों के उपक्रम को प्रदर्शित करने के लिए यहां 3 बडे रूफ पंडाल बनाए गए हैं। लगभग 4000 वगर्फिट की छमता वाले इस स्थान पर प्रति स्टाल 3 मीटर में बनाया गया है। इसके साथ ही तीन सेमिनार स्थल भी बनाए गए हैं। जहां विभिन्न मसलों पर विमर्श होंगे। 5000 कुर्सियों की क्षमता वाला सभागार भी अपने आप में अनूठा होगा। कार्यक्रम में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पाक कला मेहंदी रंगोली चित्रकला के अलावा तात्कालिक भाषण प्रतियोगिताएं भी प्रस्तावित हैं।
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