भाजपा की एमएनएस पार्षदों की खरीद-फरोख्त की जांच ईडी से कराने की मांग

राजनीति            Oct 16, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की है। इससे पहले रविवार को एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर एमएनएस पार्षदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। राज ठाकरे ने रविवार को अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना पर तीन दिन पहले बृहन्मुंबई नगर निगम के उसके सात में से छह पार्षदों को पांच-पांच करोड़ में खरीदने का आरोप लगाया था।

भारतीय जनता पार्टी के मुंबई से सांसद किरीट सोमैया ने सोमवार को शिवसेना द्वारा एमएनएस के छह पार्षदों की 'खरीद फरोख्त' के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार को इस मामले में 'भ्रष्टाचार, धन-शोधन, लोकतंत्र विरोधी व अन्य अनियमितता पर कार्रवाई करने के लिए' पत्र लिखा।

सोमैया ने ईडी से आग्रह करते हुए लिखा, "हम जांच का आग्रह करते हैं। जांच पूरी होने तक सभी एमएनएस पार्षदों पर निगरानी रखी जाए और इनकी कार्रवाइयों पर रोक लगाई जाए।"

उन्होंने राज ठाकरे का हवाला देते हुए कहा कि यह शिवसेना द्वारा धनशोधन का मामला है और सभी छह एमएनएस पार्षदों में से प्रत्येक को पांच-पांच करोड़ रुपये में खरीदा गया है।

सोमैया ने इस मामले में पुष्पक बुलियन के चंद्रकांत पटेल और शिवसेना व एमएनएस पार्षदों के बीच 'हवाला लेन-देन' की ओर भी इशारा किया।

उन्होंने कहा कि पटेल को ईडी द्वारा धनशोधन मामले में कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कथित रूप से पटेल, शिवसेना और उसके नेताओं के बीच ऐसे ही लेन-देन का पता चला था।

महाराष्ट्र में 13 अक्टूबर को एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में एमएनएस के छह पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे। इससे तिलमिलाई भाजपा ने पार्षदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाकर महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयुक्त, महाराष्ट्र भ्रष्टाचार-निरोधक ब्यूरो और कोंकण विकास आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई थी।

बीएमसी में एमएनएस के पास अब केवल एक पार्षद बचा है। एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर 'नीच राजनीति' करने एवं पार्षदों को खरीदने का आरोप लगाया था।



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