6 दिनी इंडिया आसियान यूथ समिट 14 से भोपाल में

राज्य            Aug 12, 2017


मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश सरकार, विदेश मंत्रालय और इंडिया फाउण्डेशन द्वारा भोपाल में 14 से 19 अगस्त तक इंडिया आसियान यूथ समिट का आयोजन होगा। समिट का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और विदेश राज्य मंत्री जनरल व्ही.के. सिंह करेंगे। यह जानकारी जनसम्पर्क एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने आज यहाँ दी। उन्होंने बताया कि शुभारंभ कार्यक्रम में केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल भी उपस्थित रहेंगे। पहले दिन फिल्म अभिनेता अनुपम खेर का व्याख्यान होगा।

डॉ. मिश्र ने बताया कि मध्यप्रदेश को इस आयोजन के लिये इसलिये चुना गया है कि यहाँ साँची का स्तूप आसियान देशों से सांस्कृतिक सम्बद्धता को प्रगाढ़ करता है। आयोजन मध्यप्रदेश में सुशासन पर हुए कार्य को विश्व पटल पर एक झाँकी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास है। मध्यप्रदेश पर्यटन को विश्व पटल पर प्रस्तुत करने का अभिनव प्रयास भी होगा। उन्होंने बताया कि यह आयोजन सालभर के दौरान भारत में हुए प्रमुख आयोजनों में से एक होगा। भारत में 25 साल के भारत-आसियान संवाद साझेदारी के 15 साल भी हो रहे है। संयोग से आसियान की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ भी है। आसियान क्षेत्र के साथ भारत के सभ्यतागत संबंध सदियों पुराने हैं। इस आयोजन से नये सिरे से इन संबंधों की पड़ताल हो सकेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को देखते हुए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

डॉ. मिश्र के अनुसार समिट अर्थात शिखर सम्मेलन में 35 साल से कम आयु के युवा नेताओं के 175 से अधिक प्रतिनिधि-मण्डल शामिल होंगे। इनमें सत्तारूढ़ और विपक्षी राजनीतिक दलों, थिंक टैंक, मीडिया, व्यवसाय, नौकरशाही और कला/संस्कृति क्षेत्र की भागीदारी भी रहेगी। कंबोडिया और वियतनाम का संसदीय प्रतिनिधि-मंडल भी समिट में शामिल होगा। महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि प्रतिनिधियों में आधी संख्या नारी शक्ति की होगी। आसियान देश समिट को अपनी सांस्कृतिक विरासत और सभ्यता के प्रतीक आयोजन के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि सम्मेलन युवा और आसियान नेताओं के प्राचीन और समकालीन, तेजी से विकासशील भारत और आसियान क्षेत्र के साथ संबंधों की बेहतर समझ को बढ़ाने की भावना पर आधारित रहेगा। आसियान-भारत के संबंधों के लिये 'मूल्य' और स्वामित्व की भावना को विकसित करने के लिये एक मंच भी बनेगा। इससे सुरक्षा और आर्थिक दोनों मुद्दों पर व्यापक क्षेत्रीय भागीदारी के लिये एक साझा दृष्टिकोण तैयार करने में मदद मिलेगी। यह समिट युवा नेताओं के बीच विचारों और अनुभवों की नेटवर्किंग एवं उन्हें साझा करने का एक मंच भी साबित होगा।

डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि समिट के समापन सत्र की मुख्य अतिथि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज होंगी। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल ओ.पी. कोहली करेंगे। समिट में भाग लेने वाले प्रमुख व्यक्तियों में सांसद सर्वश्री सुभाष चंद्रा, बैजयंती जय पांडा, संदीप संगमा, श्रीमती पूनम महाजन, भारत स्थित फिलीपिंस के राजदूत टेरेसिटा सी. दजा., सिंगापुर के उच्चायुक्त लिम थुआन कुआन, थाईलैंड के राजदूत चटिंटन गोंगसाकड़ी, म्यांमार के राजदूत माउंग वाई, संयुक्त राष्ट्र समन्वयक यूरी अफानाइव, मध्यप्रदेश की महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज, संयुक्त राष्ट्र युवा दूत अमेरिका सुश्री जयथमा विकरामनायके, गवर्नेंस स्टडीज कार्यक्रम के वरिष्ठ फेलो, ब्रुकिंग्स इंडिया, नई दिल्ली डॉ. शामिका रवि, विदेश नीति अध्ययन फेलो ध्रुव जयशंकर, आसियान-भारत के समन्वयक डॉ. प्रभाकर डी., नालंदा विश्वविद्यालय की उप कुलपति प्रो. सुनयना सिंह, विदेश मंत्रालय की सचिव (ईस्ट) सुश्री प्रीति सरन विशिष्ट वक्ता के रूप में शामिल होंगे।

 



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