दिग्विजय का सरकार पर आरोप, 1800 किमी में मिले तीन पौधे ,मशीनों से हो रहा रेत उत्खनन

राज्य            Apr 20, 2018


मल्हार मीडिया इंदौर।
दिग्विजय सिंह ने अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा के बाद  मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर राजनीतिक हमले करना शुरू कर दिए। उन्होंने इंदौर से इसकी शुरुआत भी कर दी, उन्होंने आरोप लगाया कि नर्मदा किनारे करोड़ों पौधे लगाने का दावा करने वाली सरकार ने बड़ा घोटाला किया है। मशीनों से रेत का खुलेआम उत्खनन किया जा रहा है।

कांग्रेस की एकजुटता पर उनका कहना था कि वे कांग्रेस को एक करने के लिए साथ भोजन का आयोजन करेंगे। दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि यात्रा के दौरान 1800 किलोमीटर क्षेत्र में उन्हें सिर्फ 3 पौधे जीवित अवस्था मे मिले।

जब वे यात्रा से लौट रहे थे, सरकार ने कई क्षेत्रों में पौधे लगवा दिए जिनके सबूत उनके पास है। दिग्विजय सिंह ने ये भी कहा कि अब पौधे गिनने के राज्यमंत्री बनाए गए है। नर्मदा क्षेत्र में हो रहे अवैध उत्खनन पर दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि मेरे कार्यकाल में मजदूर खुदाई करते थे, जबकि अब मशीनों से रेत निकाली जा रही है।

उनकी यात्रा के दौरान मार्ग में खनन करने वाली मशीनों को ढंक दिया जाता था। मार्ग में आगे बढ़ने के बाद दोबारा काम शुरु कर दिया जाता। हमारे पास इसके वीडियो भी हैं। कांग्रेस की एकजुटता को लेकर उन्होंने साफ कहा कि मेरा लक्ष्य कांग्रेस के नेताओं को जोड़ना है। जल्द ही सभी कांग्रेस नेता एक साथ भोजन करेंगे।

कांग्रेस की एकजुटता की पहल का नाम होगा 'संगत में पंगत।' लोगो मे बहुत नाराजगी है। किसानों में बहुत नाराजगी है। मंडियों के पेमेंट अभी भी बकाया है। 'नर्मदा परिक्रमा' करने वालो के लिए लाइफ जैकेट भी नहीं हैं ज़िस कारण कई हादसे भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा के बाद पूरे दम से राजनीति करेंगे, कोई पकोड़े नही तलेंगे।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे 1800 किलोमीटर में मात्र तीन पौधे मिले। सरकार ने इसमें बड़ा घोटाला किया है। दावा करोड़ों पौधे लगाने रहा है पर 60 हजार से एक लाख पौधे ही लगे हैं। नर्मदा नदी से रेत का मनमाना दोहन देखकर आंखों से आँसू आ गए। मशीनों से नर्मदा का अंधाधुन दोहन किया जा रहा है।

जबलपुर क्षेत्र में ही 48 स्थानों पर रेत की अवैध खदानें हैं पर सरकार इनकी संख्या 8 बता रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सहमति के बिना अवैध उत्खनन हो ही नहीं सकता। एक भी लीज नहीं है, पर 50 फ़ीट गड्ढे कर दिए गए। हर साल 10 हजार केस बनाए जाते थे, अवैध खनन का और परिवहन का और 54 करोड़ का अर्थदंड था, जिसमें 8 करोड़ तय किया और 27 लाख वसूल किया गया।

उन्होंने कहा कि उन्हें नही पता था कि उनकी पत्नि अमृता सिंह उनके साथ परिक्रमा पूरी करेगी। वही रामेश्वर नीखरा का पूरी यात्रा में साथ मे रहना भी उनके लिए बड़ा आश्चर्य था। क्योंकि, उन्हें नहीं पता था की वे पूरी यात्रा में उनके साथ बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा निर्विघ्न समपन्न हुई, लेकिन अब नर्मदा नदी का स्वरूप बचाने के लिए ठोस योजना ज़रूरी है।

मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि नर्मदा की यात्रा के दौरान कई लोगों ने वाहन से परिक्रमा पूरी करने की सलाह भी दी थी। लेकिन, उनके मन मे था कि परिक्रमा पैदल ही होती है हवाई जहाज से नहीं। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा जगदगुरु शंकराचार्य के आदेश पर की है।

 



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