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दुष्कर्म से बची 7 साल की मासूम घंटों भूखी प्यासी बैठी रही थाने में,मीडिया के दबाव से दर्ज हुई रिपोर्ट

वामा            Jul 05, 2018


सागर जैसीनगर से बृजेंद्र रायकवार।
अगर व्यवस्था सुधर जाये और कानूनों का पालन ठीक से होने लगे तो बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी आये। लेकिन ये न होने का नतीजा ये है कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनायें रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। कल सागर के जैसीनगर में एक 7 वर्षीय मासूम इस दरिंदगी का शिकार होने से तो बच गई लेकिन जब अपने परिजनों के साथ रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंची तो उसे सुबह 12 बजे से 9 बजे तक इंतजार कराया गया।

भूखी प्यासी बच्ची घंटों सिर्फ रिपोर्ट लिखाने के लिये थाने की दहलीज पर इंतजार करती रही। बाद में मीडिया के दखल और दबाव के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई।

सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री की घोषणायें अपनी जगह मगर पुलिसिया कार्यप्रणाली में कब सुधार आयेगा। अगर घटना हो जाती है तो सरकार मुआवजे की घोषणा कर देती है और कह देती है सख्त कार्रवाई होगी मगर कब यह नहीं बताया जाता। आखिर वो दिन कब आयेगा जब इन दरिंदों को फांसी के तख्ते तक पहुंचाया जायेगा और अपराधियों में कानून का डर व्याप्त हो पायेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर थाना क्षेत्र के रमपुरा गांव में 7 साल की मासूम आदिवासी बच्ची के साथ फरार स्थाई वारंटी चैन सिंह ने दुष्कर्म का प्रयास किया लेकिन गनीमत थी कि वह इसमें सफल नहीं हो पाया।

बच्ची के दादा के निरंजन अनुसार बीती शाम घर के पास खेल रही बच्ची को आरोपी चैन सिंह उठा कर सुनसान इलाके में ले गया, जहाँ वह बच्ची से दुष्कर्म करने का प्रयास कर रहा था।

तभी मौके पर परिवार और गांव के लोग बच्ची को ढूंढ़ते हुए आ पहुंचे और आरोपी बच्ची को छोडकर भाग गया।

बच्ची के दादा जब थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो वहां पर 6 घंटे बीत जाने के बावजूद रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों ने यह कह कर भगा दिया गया कि थाना प्रभारी नहीं है आप लोग रिपोर्ट दर्ज कराने कल आना।

गौरतलब है कि चैन सिंह पिता राम सिंह लोधी जैसीनगर इलाके का फरार स्थाई वारंटी है और वह पहले भी छेड़खानी.चोरियों के मामले में इनामी बदमाश घोषित है। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते अभी तक नहीं पकड़ा जा सका।

अगर समय पर ग्रामीण नही पहुँचते तो मंदसौर जैसी घटना होने से इंकार नही किया जा सकता था। वहीं दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक मासूम बालिका भूखी प्यासी थाने में बैठी रही और मीडियाकर्मीयो के थाने पहुंचने पर रात्रि 9 बजे रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने धारा 354 पास्को एक्ट और हरिजन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

वहीं इस मामले में एसडीओपी रघु प्रसाद का कहना है कि रिपोर्ट देर से दर्ज करने में जिस भी कर्मचारियों की लापरवाही सामने आती है उस पर सख्त कार्यवाही की जावेगी।

 



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