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मथुरा के कई गांवों में वोटिंग का बहिष्कार, राधाजी के ननिहाल में सड़क न बनने से नाराज वोटर

चुनाव            Apr 26, 2024


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मथुरा जिले के कई मतदान केंद्रों पर शुक्रवार को मतदान के दौरान जमीनी स्तर पर विकास न होने का सच दिखा। नतीजतन भले ही शुक्रवार सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई हो, लेकिन लोग दूरी बनाए रहे। जिले में राधाकुंड के मुखराई मतदान केंद्र पर 1693 मतदाताओं में किसी ने भी वोट नहीं डाला।

इसी क्षेत्र के कोन्हई केंद्र पर 1567 मतदाताओं में से सिर्फ 19 लोगों ने मतदान किया। सौंख क्षेत्र के बंडपुरा में सिर्फ 11 और सुरीर के इरौली जुन्नारदार में 16 लोगों ने मतदान किया। यही नहीं नौहझील, मांट और बलदेव क्षेत्र में भी केंद्रों पर नाराजगी दिखी। हालांकि अफसरों व जनप्रतिनिधियों समझाने पर लोग मान गए और नियत समय के कुछ घंटों बाद लोगों ने मतदान किया।

राधारानी की ननिहाल गांव मुखराई में 1693 मतदाता हैं। यहां लोग अडिग से गांव मुखराई तक सड़क बनवाने, तहसील व ब्लॉक मथुरा के स्थान पर गोवर्धन किए जाने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर यहां के वोटरों ने सुबह से ही मतदान से दूरी बना ली। सूचना पर राज्य सभा सदस्य तेजवीर सिंह, सांसद हेमामालिनी के प्रतिनिधि जर्नादन शर्मा व अन्य अफसर पहुंचे। काफी समझाने पर भी लोग नहीं माने।

नतीजतन शाम छह बजे तक यहां एक भी मत नहीं डाला जा सका। राधाकुंड क्षेत्र के कोन्हई गांव में भी विकास कार्य व सड़क की बदहाली से लोगों में नाराजगी है। केंद्र के 1567 मतदाताओं में से सिर्फ 19 लोगों ने मतदान किया। हरिश्चंद्र, गोविंद सिंह ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से गांव में कोई विकास कार्य नहीं कराया गया है।

राया ब्लॉक के गांव खप्परपुर के लोगों ने सादाबाद रोड से गांव तक मुख्य मार्ग सही न होने पर नाराजगी जताते हुए मतदान से दूरी बनाए रखी। लोगों के समझाने पर यहां दोपहर 2 बजे के बाद मतदान शुरू हुआ। इस केंद्र पर करीब 700 वोटर हैं। इसी ब्लॉक के भरऊगढ़ मतदान केंद्र के तीन बूथों पर 5500 मतदाताओं में किसी ने भी मतदान नहीं किया। हालांकि विधायक पूरन प्रकाश, रालोद के जिलाध्यक्ष राजपाल भरगंर, जिला पंचायत सदस्य सतपाल चौधरी समेत अन्य लोगों ने मनाने की कोशिश की पर लोग नहीं माने। ग्रामीणों का कहना था जब तक पचावर ब्यौही मार्ग का निर्माण नहीं हो जाता वह मतदान नहीं करेगें।

सुरीर कोतवाली क्षेत्र के गांव इरौली जुन्नारदार के मतदान केंद्र पर दो बूथ हैं। इनमें 1400 से अधिक वोट हैं। यहां नाले की खुदाई न होने व अन्य कार्यों के न होने से लोगों में नाराजगी थी। लोगों के समझाने पर दोपहर करीब 3 बजे के बाद मतदान शुरू हुआ। यहां शाम बजे तक सिर्फ 16 लोगों ने वोट डाले। चौमुहां ब्लॉक गांव देवपुरा में सड़क निर्माण न होने से नाराज लोग 5 घंटे तक मतदान से दूरी बनाए रहे। दोपहर में अफसरों के समझाने पर माने। ग्राम प्रधान ठाकुर नारायण सिंह ने बताया की वर्षों से गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क टूटी है। गांव में बिजली व पानी की भी समस्या है। शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधि ने सुनी न अफसरों। इससे लोग नाराज थे।

 नौहझील क्षेत्र के गांव बसाऊ (दौलतपुर) सुबह 10 बजे मतदान शुरू हो सका। यहां यमुना पुल चौकी से बसाऊ के लिए जाने वाले मार्ग के बदहाल होने से नाराज थे। विधायक राजेश चौधरी व एमएलसी योगेश नौहवार के समझाने पर ये लोग मान गए।

हसनपुर जरैलिया में विधायक राजेश चौधरी के समझाने पर 11 बजे से मतदान शुरू हुआ।यहां लोग सड़क, नाली की बदहाली से नाराज थे। सैदगढ़ी में भी विधायक के आश्वासन पर करीब 11 बजे मतदान प्रारंभ हुआ। गांव मुवारिकपुर में बृहस्पतिवार को विधायक के समझाने पर लोग मान गए थे। सिंगौनी का बूथ मडुआका में बनाए जाने से नाराजगी थी। अफसरों के समझाने पर बात बनी तो ईवीएम दगा दे गई। एक के बाद एक चार मशीनों ने काम नहीं किया। ऐसे में अतिरिक्त ईवीएम मंगाई गई। इस कारण एक घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ। मांट क्षेत्र के नंदनगरिया मतदान केंद्र पर 4 घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ। यहां लोग मांट-राया के मुख्य मार्ग से गांव को जोड़ने वाली सड़क जर्जर होने से लोग नाराज थे। विधायक राजेश चौधरी के समझाने पर मान गए।

प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन

थाना मगोर्रा के गांव बंडपुरा में बूथ संख्या 297 में ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं को लेकर मतदान से दूरी बना ली। प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। ये लोग गांव से जुड़ने वाली 4 सड़क, रजवहा की सफाई, गांव के मार्गों की सफाई सहित बिजली के जर्जर तार आदि समस्याओं को लेकर नाराज हैं। अधिकारियों के समझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने। बसपा प्रत्याशी सुरेश सिंह भी मनाने पहुंचे पर बात नहीं बनी। यहां कुल 629 मतदाता है। यहां शाम छह बजे तक सिर्फ 11 वोट डाले गए। एसडीएस नीलम श्रीवास्तव का कहना है कि ग्रामीणों की सड़क, बिजली , पानी आदि समस्या है। ग्रामीणों की समस्याओं को ग्राम पंचायत की खुली बैठक कर जल्द समाधान कराया जाएगा।

नगला अकोस में समस्याओं को सुनने के भरोसे पर माने लोग

बलदेव ब्लाॅक के गांव नगला अकोस में सात दिनों में बैठक कर समस्याओं के सुनने व समाधान का सीडीओ से भरोसा मिलने के बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे वोटिंग शुरू हुई। दरअसल, बाढ़ प्रवाहित क्षेत्र नगला अकोस में एक दर्जन से ज्यादा गांव का संपर्क मार्ग बाढ़ के समय से बदहाल है। रेणुका घाट पर सेतु निर्माण का कार्य बाधित है। सुनवाई न होने से नाराज लोगों ने मतदान से दूरी बना ली। जब लोगों ने अफसरों की बात नहीं सुनी तो भाकियू टिकैत के प्रदेश प्रवक्ता गजेंद्र सिंह परिहार, प्रवक्ता मंडल ललित शर्मा ने मुख्य विकास अधिकारी मथुरा से किसानों की समस्याओं को लेकर फोन पर वार्ता की। रामेश्वर शास्त्री, सत्येंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह, हाकिम सिंह, मानसिंह, पप्पू, हरिओम, ज्ञानेंद्र सिंह, भूदेव सिंह, देवेंद्र सिंह, रामवीर सिंह, राम प्रकाश, धनीराम, राजवीर सिंह, श्री कृष्णा, ओम प्रकाश, दीपू, कृपाल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, सतीश आदि मौजूद थे।

 

राया के गांव पीरीगढी में शुक्रवार सुबह ईवीएम में खराबी आने के कारण मतदान नियत समय से एक घंटे बाद शुरू हो सका।राया के गांव पीरीगढ़ी में बूथ संख्या 122 केंद्र संख्या 75 पर सुबह ईवीएम में खराबी आ गई।

राया। ब्लॉक के गांव नगला चिकन में फुंके विद्युत ट्रांसफाॅर्मर बदलने के बाद मतदान शुरू हुआ। दरअसल, एक दिन पहले ट्रांसफार्मर फुंक गया था। लोगों की शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में लोगों ने शुक्रवार को चुनाव से दूरी बना ली। शुरुआत में मनाने का प्रयास किया गया। बात नहीं बनी तो प्रशासन हरकत में आया। दोपहर 12 बजे ट्रांसफार्मर लगा। इसके बाद करीब एक बजे मतदान शुरु हुआ।

 



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