मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनावों को लेकर भारजीय जनता पार्टी की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं।
इस बार भाजपा नित नए प्रयोग कर रही है और कोई 2018 की हार से सबक लेते हुए इस बार पार्टी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है।
इस बार मध्यप्रदेश में चुनावों में भाजपा के लिए जमीनी तापमान को मापने चार राज्यों के भाजपा विधायक सर्वे के लिए उतारे जा रहे हैं। जिसके लिए विधायकों का प्रशिक्षण भोपाल में आयोजित किया गया है।
गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार के विधायकों को अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। इसी के मद्देनजर लेकर शनिवार 19 अगस्त को भोपाल में विधायकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ट्रेनिंग के बाद ये विधायक मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेंगे। जहां 20 अगस्त से 27 अगस्त तक 7 दिन का इनका दौरा होगा। इस दौरान ये स्थानीय कार्यकर्ता, नेताओं और पदाधिकारियों के साथ ही समाज के प्रभावशाली लोगों और आम जनता से चर्चा करेंगे। इसके आधार पर विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट बनाकर आलाकमान को सौंपेंगे।
भोपाल के एक निजी रिसॉर्ट में बीजेपी के प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधायकों को ट्रेनिंग दी।
बैठक में विधायकों को एक और जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें विधानसभाओं में सांसद की स्थिति देखने को भी कहा गया है। संबंधित विधानसभा क्षेत्र में सांसद कितने मजबूत हैं। ये जानकारी भी विधायक जुटाएंगे।
विधायक 2023 के विधानसभा चुनाव के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रिपोर्ट बनाएंगे। 29 अगस्त से पहले विधायकों को ये रिपोर्ट सौंपनी होगी। यह रिपोर्ट सीधे अमित शाह को सौंपी जाएगी।
विधायकों से कहा गया है कि यह सिर्फ 2023 नहीं बल्कि 2024 इलेक्शन की भी तैयारी है। चुनाव के साथ संबंधित प्रभार क्षेत्रों में संगठन के कामों पर जोर दें। बूथ स्तर की बैठक करें, पन्ना प्रमुखों से फीड बैक लें। केंद्र के साथ राज्य की योजनाओं का पूरा खाका संबंधित विधानसभा क्षेत्रों से जुटाएं। चुनाव से जुड़ी समितियों के अलावा पदाधिकारियों के साथ बैठकें करें। विधानसभा स्तर पर असंतुष्ट नेता-कार्यकर्ताओं से संपर्क स्थापित कर तालमेल बनाएं।
रिपोर्ट केंद्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर की व्यवस्था की गई है। बैठक में इसकी जानकारी भी दी गई। आगामी चुनावों तक संबंधित प्रभार क्षेत्रों में अनिवार्य तौर पर प्रभारियों को रहना होगा। अलग-अलग समाज, संगठन, जाति वर्ग से भी संवाद करने का निर्देश दिया गया है। हारी हुई सीटों या सर्वे में चुनौती वाली सीटों पर अतिरिक्त विधायक भी साथ होंगे।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- बीजेपी लगातार नए प्रयोग कर रही है। आज आप इसके गवाह बने हैं। 4 राज्यों के ये सभी विधायक व्यापक अनुभव के साथ काम करने वाले लोग हैं। वे मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 7 दिन तक बीजेपी को ताकत देने का काम करेंगे। ये विधायक स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चिह्नित विधानसभा में जनमानस को समझेंगे।
शर्मा ने कहा- गरीब और वंचित वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं की वजह से प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री पर जनता का पूरा विश्वास है। हमें इसी विश्वास को बनाए रखने का काम करना है।
प्रशिक्षण वर्ग के संबंध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने 230 विधायकों का सात दिवसीय प्रवास कार्यक्रम तय किया है। इसमें प्रवासी विधायक शामिल हुए हैं। 'एक बार फिर भाजपा की सरकार' के मूल मंत्र के साथ सभी विधायक सात दिन तक विधानसभा क्षेत्रों में रहेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश चुनाव के लिए नई रणनीति बनाई है। इसके तहत प्रत्याशियों को खास ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी कैंडिडेट्स को 21 अगस्त को भोपाल बुलाया है। भोपाल से अपने क्षेत्र में लौटने से लेकर मतदान और चुनाव परिणाम आने तक का पूरा कैलेंडर बनाकर इन्हें दिया जाएगा। पार्टी ने इसके लिए ट्रेनर्स भी बुलाए हैं।
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