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जलजीवन मिशन पर विपक्ष का हंगामा, सदन से वॉकआऊट, ओला-पाला पर चर्चा में सर्वे की मांग

मध्यप्रदेश            Feb 14, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश की सोलहवीं विधानसभा के दूसरे सत्र का आज 14 फरवरी को आखिरी दिन था। सदन के अंदर जमकर हंगामा देखने को मिला।

प्रश्नकाल में जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया गया जिसको लेकर विपक्ष ने वॉकआउट किया । विपक्ष ने भाजपा के सभी विधायकों पर नल जल मिशन में घोटाले का आरोप लगाया है। साथ ही मांग की है कि भ्रष्टाचार में सरकार के कौन लोग लिप्त हैं, इसकी जांच की जाए।

विपक्ष का कहना था कि हर विधानसभा में 100-200 करोड़ की योजनाएं बनी। इसमें खुलेआम भ्रष्टाचार हुआ है। नलों में पानी नहीं आ रहा है। इस पर सरकार ने जवाब दिया कि हमने कनेक्शन दिए हैं। कांग्रेस ने कहा कि कनेक्शन देने से क्या होता है। नलों में पानी भी तो आना चाहिए।

वहीं संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नलों का सर्वे कराया जा रहा है। हमारी नर्मदा मैया पर बहुत श्रद्धा है। हम नर्मदा मैया को मां मानते हैं। सीएम मोहन यादव का आज मेरे पास फोन आया कि ये केवल जबलपुर का नहीं, बल्कि श्रद्धा का सवाल है। सरकार की प्राथमिकता है कि नर्मदा नदी में गंदा पानी नहीं मिले। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदन में आश्वासन दिया है कि 2 सालों में नर्मदा नदी में प्रदेश के किसी भी हिस्से में गंदा पानी नहीं मिले, हम इसपर पूरा जोर लगाएंगे।

वहीं ओला पाला पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने तुरंत सर्वे कराकर नुकसान की भरपाई कराने की सरकार से मांग की। जिस पर सरकार ने कहा कि सर्वे का काम शुरू हो चुका है।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन के कामों में हजारों करोड़ की गड़बड़ी हुई है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से आग्रह किया विधानसभा स्तर की जांच समिति गठित कर प्रदेश स्तर पर जांच कराई जाए।

इस पर मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि संवेदनशीलता पर प्रश्न ना उठाएं। केंद्र से इतना पैसा आया है कि यहां मेन पावर ही नहीं है। गुणवत्ता को लेकर केंद्र ओर राज्य दोनों सरकार गंभीर हैं। सभी को पलीता न लगाएं। यदि कोई स्पेसिफिक काम हो तो उसको उठाएं।

विपक्ष ने बैतूल में आदिवासी को उल्टा लटकाकर पीटने का मामला भी उठाया। सिंघार ने सीएम डॉ. मोहन यादव से कहा, गृह विभाग आपके पास है। आपका उसको लेकर कोई ध्यान नहीं है। इस तरह की घटनाएं मध्य प्रदेश में घटित हो रही हैं जो शर्मनाक हैं।

ओला, पाला से फसलों के नुकसान पर सदन में चर्चा

विधानसभा में ओला पाला पर चर्चा हुई। कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने डिंडौरी जिले का मामला उठाया। उन्होंने मांग की है कि नुकसान का सर्वे कर गरीबों को राहत राशि दी जाए।

कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, उनके बिजली बिलों और बैंकों की बकाया वसूली रोकी जाए।

राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि 148 करोड़ रुपए का वितरण वर्ष 2023-24 में ओला पीड़ितों को किया गया है। जहां ओला वृष्टि हो गई वहां सर्वे दल का गठन कर सर्वे कराया जा रहा है।

विजयवर्गीय बोले- वैलेंटाइन डे ने सब गड़बड़ कर दिया

संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सभी को वसंत पंचमी की शुभकामनाएं दीं। विजयवर्गीय बोले, वसंत ऋतु श्रृंगार से जुड़ा है, लेकिन वैलेंटाइन डे ने सब गड़बड़ कर दिया। हमारे यहां वसंत पंचमी पर प्यार का इजहार हो रहा है।

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद सभी एक-दूसरे से गले मिलें, तभी प्यार का इजहार होगा।

सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने सदन में ओला-पाला पर चर्चा के बाद कहा कि 148 करोड़ रुपए का वितरण वर्ष 2023-24 में ओला पीड़ितों को किया गया है। जहां ओला वृष्टि हो गई वहां सर्वे दल का गठन कर सर्वे कराया जा रहा है।

इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि आंकड़े गिनाने से सही राशि मिलने की‌ जानकारी साफ नहीं हो रही। बीमा कंपनी के सर्वे पर सवाल उठाते हुए सिंघार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने खेत को इकाई मानकर सर्वे करने के लिए कहा था, इसलिए इसी आधार पर सर्वे कराकर राहत दी जानी चाहिए।

 


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