मल्हार मीडिया डेस्क।
भारत सरकार के फैसले के बाद हिट एंड रन कानून में किए गए संशोधन का देशभर में चक्का जाम कर विरोध चल रहा है। मध्यप्रदेश में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। इंदौर के पेट्रोल पंप पर सुबह से लाइनें लगी हुई हैं।
लोकतंत्र में एकतरफा फैसलों के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। संसद में संवाद के बिना ट्रक ड्राइवर्स के खिलाफ कठोर कानून बनाना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग पर हमला है। कानूनों के विरोध में हो रही हड़ताल से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सरकार को ड्राइवर्स से बात कर समस्या का सर्वसम्मत हाल निकालना चाहिए।
देश भर में जहां एक तरफ हिट एंड रन कानून को लेकर हंगामा बरपा है। वहीं, इसके चलते हो रही हड़ताल के दौरान पेट्रोल और दूसरे जरूरी सामान की किल्लत की खबरें भी देश के हर कोने से आ रही हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से राहत देने वाली खबर है।
यहां जिला प्रशासन ने पेट्रोल सहित आवश्यक वस्तुओं का भरपूर स्टॉक रखा है। हालांकि, सोमवार को देश भर से आ रही खबरों के बाद खंडवा में भी पेट्रोल पंपों पर भीड़ तो जरूर लग गई थी। लेकिन मंगलवार सुबह जिला प्रशासन ने स्थिति साफ करते हुए आमजन को आश्वस्त कर दिया कि खंडवा में पेट्रोल और अन्य जरूरी सामानों की किल्लत जैसी कोई बात नहीं है। इसलिए यहां इन चीजों की जितनी जरूरत हो उतना ही लें, अनावश्यक स्टॉक न करें।
मध्यप्रदेश में दूसरे दिन मंगलवार को ट्रक-बस ड्राइवर्स की हड़ताल का असर जरूरी सेवाओं पर दिख रहा है। इसके चलते मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए हैं। दो याचिकाओं पर मंगलवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा, हड़ताल को तुरंत खत्म करवाया जाए। सरकार परिवहन बहाल करवाए। इस पर सरकार की तरफ से महधिवक्ता ने कहा, आज शाम तक इस मामले में अहम निर्णय लिया जा रहा है। ये याचिकाएं नागरिक उपभोक्ता मंच और अखिलेश त्रिपाठी की ओर से दायर की गई हैं।
ड्राइवर्स की हड़ताल के चलते भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई कम हुई है। ज्यादातर शहरों में सब्जियां महंगी हो गईं। स्कूल-कॉलेज बसें बंद रहीं। खरगोन में पुलिस और प्रर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। बुरहानपुर में हड़ताल कर रहे ड्राइवरों ने दूसरे वाहन चालकों को जूते-चप्पलों की माला पहनाने के प्रयास किए। कई वाहनों की हवा निकाल दी। ड्राइवर उस हिट एंड रन से जुड़े कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 10 साल की सजा और सात लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
ट्रांसपोर्ट ड्राइवर्स की हड़ताल के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को दिए कार्रवाई के आदेश
अत्यावश्यक सेवाएं हो रहीं प्रभावित, इसीलिए कार्रवाई करे सरकार
राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में दी अंडरटेकिंग
आज ही हड़ताली एसोसिएशन पर की जाएगी कार्रवाई
हड़ताल कर रहे ट्रक, टैंकर और बस ड्राइवर्स पर होगी कार्रवाई
भोपाल में बैरिसया यूनियन ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी है। मध्य प्रदेश चालक-परिचालक यूनियन ने एसडीएम बैरसिया को ज्ञापन सौंप कर दो दिवसीय शांतिपूर्ण हड़ताल समाप्त करने की बात कही है। ज्ञापन में कहा गया है कि यूनियन की ओर से हड़ताल समाप्त कर दी गई है। अब कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए यूनियन जिम्मेदार नहीं होगी।
नवीनतम भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 106 (2) में यह प्रावधान किया गया है। हादसे के बाद पुलिस अधिकारी या मजिस्ट्रेट को बिना सूचना दिए अभियुक्त निकल भागता है, तो वह 10 वर्ष की सजा तक का दंड का भागी होगा। इस प्रावधान में यह आवश्यक नहीं है कि एक्सीडेंट करने वाले वाहन का चालक घटना स्थल पर रुके। वह यह सूचना थोड़ी दूर जाकर भी पुलिस अधिकारी या मजिस्ट्रेट को फोन या अन्य माध्यम से दे सकता है।
जिले में ट्रकों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों में पेट्रोल भरवाने लोगों का हुजूम लग गया। पेट्रोल-डीजल की कमी होने की अफवाह के चलते कलेक्टर मनोज पुष्प ने तत्काल इस संबंध में पुलिस, यातायात विभाग, परिवहन विभाग और आइल कंपनी के डीलर्स के साथ सोमवार शाम बैठक ली। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि जिले में डीजल पेट्रोल की पर्याप्त उपलब्धता है। ईंधन सप्लाई चेन को मेंटेन कर लिया गया है। किसी भी तरह की अफवाहों में न आएं और पैनिक न करें। अव्यवस्था उत्पन्न करने वालों और अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में ड्राइवरों की हड़ताल के कारण एवं उसके निदान पर चर्चा की गई।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ड्राइवर की हड़ताल पर सरकार पर निशाना साधा। भोपाल में अपने निवास पर मीडिया से चर्चा में पटवारी ने कहा कि हिट एंड रन का कानून लाए तो ट्रांसपोर्टरों से चर्चा नहीं की। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं ने जांच की मांग की तो उनकी भावना को सम्मान नहीं दिया गया। अलग-अलग बातों को लेकर बात उठाने की कोशिश की तो उन्हें बाहर कर दिया गया। पटवारी ने कहा की बहुत हो जाए तो ड्राइवर 8 से 25 हजार तक कमा पाता है। पूरा देश प्रदेश जाम है सरकार ने क्या किया। उन्होंने सवाल उठाया कि पूरे प्रदेश में आप कैबिनेट करना चाहते हैं, लेकिन जो जाम है उसके लिए क्या कर रहे हैं। ऐसी स्थिति के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की। पटवारी ने कहा सरकार साल के पहले दिन सोती रही। उन्होंने कहा की मध्य प्रदेश में काम चलाऊ व्यवस्था चल रही है।
इंदौर में कलेक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि शहर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सामान्य हो चुकी है। पैनिक होकर आवश्यकता से अधिक पेट्रोल-डीजल न भरवाएं। शहर के साथ-साथ आसपास के जिलों में भी सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिवहन के साथ खाद्य सामग्री की आपूर्ति पर भी प्रशासन की नजर बनी हुई है।
हिट एंड रन के नए कानून को लेकर की जारी हड़ताल का असर सब्जी मंडी पर भी देखने को मिल रहा है। सब्जी मंडी में काम करने वाले मजदूर से लेकर क्रेता और विक्रेता हर वर्ग हड़ताल के कारण परेशान है। वहीं, सब्जियों के दाम में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। सब्जी मंडी में जिन ऑटो से सब्जियों का परिवहन होता था उनके पहिए थम गए हैं। इसके चलते यहां सब्जी खरीदने वाले सब्जी विक्रेता मोटरसाइकिल और साइकिल के माध्यम से सब्जियां गंतव्य तक लेकर पहुंच रहे हैं। भोपाल में हड़ताल के दूसरे दिन भी आईएसबीटी बस स्टैंड पर बसों के पहिए थमे रहे। वहीं, हड़ताल के दूसरे दिन राजधानी के पेट्रोल पंपों पर कम भीड़ देखी गई। भोपाल में पेट्रोल सुचारू रूप से मिल रहा है।
परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कोई भी कानून दोषी-अपराधी के लिए बनता है। इस एक्ट में कहां है कि अगर दुर्भाग्य से दुर्घटना होती भी है तो सजा होगी ही। हिट एंड रन में आप दुर्घटना करके भाग जाते हैं, यातना देकर चले जाते हैं, उन परिस्थितियों में आप दोषी हैं। सड़क पर दुर्घटना का अंदेशा हमेशा रहता है। अगर इन्फॉर्मर आप बनते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। गलत तरीके से कानून को समझाया जा रहा है। चीज़ों को समझना होगा, जल्दबाजी में हड़ताल चक्काजाम करना गलत है। यूनियन को सरकार के साथ बैठकर बात करनी चाहिए।
स्वाभाविक रूप से अनुरोध करूंगा नागरिक के नाते भी जनप्रतिनिधि के नाते भी, हमें शुरुआती दौर में सख्त निर्णय की आवयश्कता नहीं है। आम लोगों के जनजीवन को प्रभावित करने वाली व्यवस्थाएं हैं, ऐसे में ट्रक ड्राइवर्स को इस तरह के कदम उठाने से बचना चाहिए। आम जन मानस प्रभावित न हो जनजीवन सुचारू रूप से चले, सब्जी, दूध, खाने की चीज़ें लोगों को मिलें इसकी चिंता उन्हें भी करनी चाहिए। सरकार सजग सचेत है। मैं आग्रह करूंगा ड्राइवर्स को इस व्यवस्था में सहयोग करना चाहिए। उनकी यूनियन को आगे आकर बातचीत करनी चाहिए। बातचीत में रास्ता तय करना चाहिए, फैसले बातचीत से होते हैं। माननीय मुख्यमंत्री इस बात की चिंता कर रहे हैं। कल शाम भी बात हुई। पूरी संजीदगी और संवेदनशीलता के साथ सरकार काम कर रही है। आम जीवन व्यवस्थित चलता रहे सरकार इसका ख्याल रख रही है।
यात्री बसों के साथ स्कूल-कॉलेज बस चालकों के हड़ताल में शामिल होने की वजह से बच्चों की शिक्षा पर काफी असर पड़ रहा है। सोमवार को स्कूल-कॉलेजों में दो दिन का अवकाश घोषित किया था। इसके बाद भी कुछ स्कूल मंगलवार को खुले हैं, ऐसे में उन अभिभावकों को परेशानी हो रही है। स्कूल वाहन न चलने से अभिभावक खुद बच्चों को छोड़ने स्कूल जा रहे हैं।
हड़ताल के असर के चलते AICTSL की बसें आज भी बंद रहीं। इंदौर से भोपाल और अन्य शहरों की तरफ जाने वाली बसों का संचालन बंद रखा गया है। आईबस और सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। इसमें भी कई रूट की बसें अभी तक शुरू नहीं हुई हैं। पीआरओ माला सिंह ठाकुर ने बताया कि इंदौर से बाहर के जिलों में आने जाने वाली एआईसीटीएसएल की बसों का संचालन शुरू नहीं हुआ है। जल्द ही इसे शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
Comments