मल्हार मीडिया भोपाल।
20 वीं सदी के मध्यांतर से राष्ट्रीय उथल-पुथल भरे घटनाक्रम के गवाह बुजुर्ग पत्रकार श्री प्रेमनारायण नागर की जन्मशताब्दी पर ज्ञानतीर्थ सप्रे संग्रहालय में ‘शब्द साक्षी समारोह’ का आयोजन 1 अक्टूबर, 2025 को किया जाएगा।
श्री प्रेमनारायण नागर 1 अक्टूबर, 1926 को चाचैड़ा में जन्में। विद्यार्थी काल में ही स्वाधीनता आंदोलन में सक्रिय हो गए। महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यक्रमों से जुड़कर खादी, ग्रामोद्योग, अछूतोद्धार के काम में जुट गए। सन 1947 से आप पत्रकारिता में सक्रिय हुए।
लगभग साठ वर्ष तक नईदुनिया इन्दौर के लिए शिवपुरी से जिला संवाददाता का दायित्व निभाते रहे। आकाशवाणी इन्दौर के लिए शिवपुरी जिले की चिट्ठी लिखते रहे। धर्मयुग और नवभारत टाइम्स के लिए भी लिखा।
सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, प्रशासनिक मुद्दे आपने उठाए। उनके लिखे मुद्दों पर किसानों और ग्रामीणों को समस्याओं से निजात मिली। न्याय मिला। सप्रे संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर ने बताया कि 99 वर्ष की आयु पूरी करने वाले श्री प्रेमनारायण नागर को गांधी जी के मार्गदर्शन और डा. राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में अखिल भारतीय चरखा संघ में कार्य करने का सुअवसर मिला।
संवेदनशील और सेवाभावी होने के कारण नागर जी ने अपार यश और प्रतिष्ठा अर्जित की। देश के वरिष्ठतम पत्रकार के रूप में आप समादृत हैं। राष्ट्रपति डा. शंकरदयाल शर्मा और अनेक मुख्यमंत्रियों ने आपके उजले कृतित्व का समय-समय पर सम्मान किया है।
अद्भुत स्मरण शक्ति के धनी श्री प्रेमनारायण नागर के संस्मरणों और प्रेरणा से वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल ने आजादी के अमृत जयंती वर्ष में ‘हिन्दुस्तान का सफर’ पुस्तक लिखी। प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों में यह पुस्तक काफी लोकप्रिय है। आप मध्यप्रदेश आंचलिक पत्रकार संघ के अध्यक्ष रहे हैं। माधवराव सप्रे स्मृति समाचारपत्र संग्रहालय के संस्थापक सदस्य हैं। संप्रति महाकाल की नगरी उज्जयिनी में निवास कर रहे हैं।
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