मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख का खुलासा होने के मामले की जांच के लिए निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को एक सदस्यीय जांच दल का गठन कर उसे सात दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा। चुनाव आयोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "आयोग ने मामले की जांच के लिए तत्काल आदेश दे दिए तथा जरूरी और ठोस कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच के लिए आयोग ने चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों वाली एक कमेटी का गठन किया है तथा उसे सात दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।"
विज्ञप्ति के अनुसार, भविष्य में ऐसी किसी घटना से बचने के लिए कमेटी उपाय भी बताएगी।
मंगलवार को दिन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय और कर्नाटक कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी श्रीवत्स ने चुनाव आयोग से पहले ही मतदान की तारीख की घोषणा कर दी। यद्यपि यह आंशिक रूप से गलत थी।
बाद में दोनों ने सफाई दी कि उन्होंने एक टीवी चैनल की खबर के आधार पर चुनाव की दिनांक की जानकारी दी थी।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भाजपा नेताओं भूपेंद्र यादव, अनिल बुलानी और अन्य लोगों के साथ चुनाव आयोग से मिलकर उनसे जानकारी मांगी कि उनके आईटी प्रमुख ने अपने ट्वीट में खबर का सूत्र एक टीवी चैनल को कैसे बताया।
ट्वीट में मतदान की तारीख हालांकि 12 मई और मत गणना की तारीख 18 मई बताई गई है, जबकि चुनाव आयोग ने मतदान के लिए 12 मई तथा मतगणना के लिए 15 मई की तिथि निश्चित की है।
चुनाव आयोग ने बताया कि तत्काल गठित हुई जांच कमेटी ने पहले ही मीडिया संस्थानों और अन्य संबंधित व्यक्तियों से जानकारी ले ली है।
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