मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कांग्रेस सदस्यों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का मुद्दा उठाते हुए बार-बार होने वाले व्यवधान की वजह से सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन के सुबह शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही कांग्रेस सांसदों के विरोध की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सत्ता पक्ष से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि भाजपा गुजरात व हिमाचल प्रदेश के में जीत की तरफ बढ़ रही है।
सोमैया ने कहा, "लोगों ने बेहतरीन जवाब दिया है, कांग्रेस हिमाचल प्रदेश हार गई है और मैं प्रधानमंत्री को गुजरात की अभूतपूर्व जीत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष व विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी।
स्थगन के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। कांग्रेस सदस्यों ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों का मुद्दे उठाया, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, "आप एक ही मुद्दा हर रोज उठाना चाहते हैं .. ऐसा नहीं होता है।"
कांग्रेस सांसद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास आ गए और प्रधानमंत्री मोदी से माफी मांगने के लिए नारे लगाने लगे।
कांग्रेस सांसदों ने कहा, "हम पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
हंगामें के बीच सदन के पटल पर दस्तावेज रखे गए और विधेयक पेश किए गए, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का कांग्रेस सदस्यों द्वारा पुरजोर विरोध करने की वजह से संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कांग्रेस के नोटिस के खारिज होने के बाद गुस्साए सांसदों ने सभापित के पोडियम के पास आकर मोदी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
नियम 267 के तहत दायर संबद्ध नोटिस पर चर्चा होती है, जिसे खारिज कर दिया गया।
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "आप रोजाना हर चीज खारिज नहीं कर सकते। यदि ऐसा है तो हम यहां क्या कर रहे हैं? 10 साल तक राज करने वाले एक पूर्व प्रधानमंत्री पर लगे आरोपों को साबित करना पड़ेगा। भाजपा लोगों के प्रति जवाबदेह है।"
कांग्रेस ने यह मामला शुक्रवार को भई उठाया था लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनके नोटिस खारिज कर दिए थे।
उपसभापति पी.जे कुरियन ने हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
लेकिन प्रश्नकाल के लिए राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस सांसदों ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया और नायडू से इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति मांगी।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सभापति से कहा, "महोदय, आपको सदस्यों के सम्मान की रक्षा करनी होगी।"
जब नायडू ने प्रश्नकाल को जारी रखने पर जोर दिया तभी कांग्रेस के सांसद फिर से "प्रधानमंत्री माफी मांगो" के नारे लगाते हुए सभापति के पोडियम के पास इकट्ठा हो गए।
इसके बाद नायडू ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
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