मल्हार मीडिया ब्यूरो।
जाने माने बॉलीवुड कलाकार विनोद खन्ना का आज निधन हो गया। 70 साल के विनोद खन्ना काफी समय से बीमार थे और मुंबई के सर एचएन फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि दो माह पहले उन्हें डिहाइड्रेशन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनका इलाज चल रहा था। लेकिन आज अचानक उनके निधन की खबर आई। अस्पताल प्रशासन ने साफ किया कि आज सुबह 11.20 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वह कैंसर से पीड़ित थे।
विनोद खन्ना ने साल 1968 में ‘मन का मीत’ फिल्म के साथ अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। उन्हें ‘मेरे अपने’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘कुर्बानी’, ‘दयावान’ और ‘जुर्म’ जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए खासतौर पर याद किया जाता है। अंतिम बार वह साल 2015 में शाहरूख खान अभिनीत ‘दिलवाले’ में नजर आए थे।
करीब दो महीने पहले डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना को मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में अचानक विनोद खन्ना की तबियत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें गिरगांव में स्थित एचएन रिलायंस फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर में एडमिट कराया गया था। इसके बाद परिवार ने साफ किया था कि चिंता की बात नहीं है और जल्द ही विनोद खन्ना को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
इसी दौरान उनकी एक तस्वीर सामने आई थी जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह गया। इस तस्वीर में विनोद खन्ना बेहद ही कमजोर हाल में दिखाई दे रहे थे। इस तस्वीर पर परिवार ने नाराजगी भी जताई थी और कहा था कि वह जल्द ठीक होकर लौटेंगे।
विनोद खन्ना के साथ काम कर चुकी अभिनेत्री और बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि मुझे ये खबर सुनकर बेहद दुख पहुंचा है। वह अस्पताल में भर्ती थे और मुझे उम्मीद थी कि वह ठीक होकर लौटेंगे।
वे 1998 में पहली बार गुरदासपुर से निर्वाचित हुए थे। इसके बाद 1999 और 2004 के आम चुनावों में भी वह इस सीट से निर्वाचित हुए। लेकिन 2009 में वह कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप सिंह बाजवा से हार गए। हालांकि साल 2014 में वह एक बार फिर इस सीट से जीत गए।
विनोद खन्ना चार बार से पंजाब के गुरुदासपुर से बीजेपी सांसद रह चुके थे. 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार 2002 में वे संस्कृति और पर्यटन के केन्द्रीय मंत्री भी रहे. सिर्फ 6 माह बाद ही उन्हें अति महत्वपूर्ण विदेश मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री बना दिया गया। राजनीति के साथ-साथ वह फिल्म की दुनिया में भी सक्रिय थे. उन्होंने ‘मेरे अपने’, ‘इंसाफ’ ‘अमर, अकबर, एंथनी’ जैसी कई सुपरहि फिल्मों में काम किया था।
विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. उनका परिवार अगले साल 1947 में भारत-पाक विभाजन के बाद पेशावर से मुंबई आ गया था. उनके माता-पिता का नाम कमला और किशनचंद खन्ना था. 1960 के बाद की उनकी स्कूली शिक्षा नासिक के एक बोर्डिग स्कूल में हुई वहीं उन्होने सिद्धेहम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक किया था.
उन्होंने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत 1968 में फिल्म “मन का मीत” से की थी, जिसमें उन्होंने एक खलनायक का किरदार अदा किया था। कई फिल्मों में सहायक और खलनायक के किरदार निभाने के बाद 1971 में उनकी पहली एकल हीरो वाली फिल्म ‘हम तुम और वो ‘आई। कुछ साल के फिल्मी संन्यास के बाद वह आचार्य रजनीश के अनुयायी बन गए थे। पांच साल यहां रहने के बाद उन्होंने बॉलीवुड में वापसी की और दूसरी सफल पारी खेली। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 141 फिल्मों में काम किया।
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