मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की हो रही जांच पर विधान सभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल खड़े किए हैं। उमंग सिंघार ने कहा कि सौरभ शर्मा मामले में लग रहा है कि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया। बड़े मगरमच्छ कहां गए ? जांच में इतनी चीजें सामने आईं उसपर संज्ञान क्यों नही लिया जा रहा है क्या इसमें मंत्री इन्वॉल्व नहीं है ? इसकी जांच करनी चाहिए। सरकार इतने घोटाले कर रही है कि वो चाहती ही नहीं कि सदन में स्वेतपत्र और लोकायुक्त प्रतिवेदन चर्चा में आए। सिंघार बुधवार को मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर संवाद कर सरकार को घेरा है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बच्चों का शिक्षा सत्र अब खत्म होने को है और स्कूटी योजना को लेकर अगर आज सरकार जागी है तो कांग्रेस पार्टी की वजह से जागी है। हमनें 2 छात्राओं को स्कूटी प्रदान की। क्यों सरकार एक साल से कुम्भकर्ण की नींद सो रही थी। उन्होंने कहा कि लाडली बहना को आप पैसा दे रहें है, तो उन्ही महिलाओं की मेधावी बच्चियों को क्यों योजना का लाभ नही दे रहे। वहीं लैपटॉप कब देंगे इसकी जानकारी भी सरकार को देना चाहिए। उमंग सिंघार ने कहा कि देर आये दुरुस्त आए लेकिन मोहन यादव जी को घोषणा करना चाहिए कि ये योजना 5 साल चले।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसान संघ का आन्दोलन एक नूराकुश्ती है। यही लोग पक्ष और यही विपक्ष बन रहे हैं। चुनाव के समय इन्ही आरएसएस वालों ने पर्चे बांटे थे और 3100 रुपये धान और 2700 रुपये गेंहू के देने की बात की थी। मगर एक साल से प्रदेश के किसानों को ये दाम नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि क्या आरएसएस के लोग किसानों को इसका जवाब देंगे? किसान संघ को भी ये बताना चाहिए। उन्होंने कहा जब विधानसभा के अंदर कांग्रेस विधायक किसानों की खाद और अन्य मांगों पर लड़ रहे थे, उस वक्त ये किसान संघ कहां गया था ? उस वक्त इन्हें किसानों की याद क्यों नहीं आई? अगर इन्हें बाकई में किसानों की चिंता है तो ये मुख्यमंत्री से तत्काल धान के 3100 और गेहूं के 2700 की घोषणा करवाएं। किसान संघ में जो अच्छे नेता थे, शिवकुमार कक्काजी जैसे उनको बाहर कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा इन्ही की खुद की सरकार है तो प्रदर्शन की क्या जरूरत है, तत्काल बैठकर घोषणा करवाना चाहिए।
भोपाल में होने वाली इन्वेस्टर समिट को लेकर कहा कि आज देश में कितना कर्ज है ये मोदी जी को भी पता है और प्रदेश पर कितना कर्ज है ये मध्यप्रदेश के लोगों को पता है। अगर ये सरकार निवेश लाने की बात करती है तो पहले ये बताए कि इसके पहले की इन्वेस्टर मीट से क्या प्रदेश का आर्थिक विकास हुआ? क्या देश आत्मनिर्भर हुआ क्या देश के युवाओं को 2 करोड़ नौकरी मिली क्या देश के किसानों को अब तक एमएसपी मिली ये सिर्फ दिखावा करते है और चुनाव के पहले घोषणाएं करके सरकार बनाने में विश्वास करते हैं और आम जनता को भूल जाते हैं।
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