मल्हार मीडिया ब्यूरो।
केरल के पाथनमिट्टा में में एक दलित एथलीट के यौन शोषण से जुड़े केस में 14 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इन सभी को 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है। इनमें लड़की का मंगेतर भी शामिल है। केस में 2 पुलिस थानों में 9 FIR दर्ज की गई हैं।
मामले का पता तब चला एक एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने लड़की के व्यवहार में बदलाव देखा। फिर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को इसकी सूचना दी। लड़की ने काउंसलर को बताया कि पिछले 5 साल में 62 लोगों ने उससे रेप किया।
लड़की का आरोप है कि पहली बार 13 की उम्र में उसके साथ रेप हुआ था। जब उसके दोस्त ने पहली बार शोषण किया। अब वह 18 साल की हो चुकी है। उसके माता-पिता को भी इस बारे में पता नहीं था।
लड़की के बताए आरोपियों में से 40 लोगों पर POCSO के तहत केस दर्ज किया गया है। इनमें कोच, साथी एथलीट, क्लासमेट और घर के आसपास रहने वाले कुछ लड़के भी हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने 3 दिन के अंदर डिटेल रिपोर्ट और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पीड़ित नाबालिग थी इसलिए आरोपियों पर POCSO एक्ट और SC-ST एक्ट की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी।
माता-पिता काम पर जाते, तब घर पर भी यौन शोषण होता लड़की ने काउंसिलिंग के दौरान बताया कि पहली बार यौन शोषण 13 साल की उम्र में उसके तत्कालीन प्रेमी ने किया था, जिसने बाद में उसे अपने दोस्तों को सौंप दिया। इन लोगों ने उसके वीडियो बनाकर वायरल किए।
इनके आधार पर वे उसे ब्लैकमेल करते थे। कई बार जब माता-पिता काम पर जाते थे तो उसके घर पर भी उसका यौन-शोषण हुआ। लड़की एथलीट है, जब वह ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेने जाती तो वहां भी उसके कोच और साथी एथलीट्स ने उसका यौन शोषण किया।
समिति के अध्यक्ष ने बताया कि लड़की के पिता पेंटर और मां मनरेगा मजदूर है। वे बहुत कम पढ़े-लिखे हैं। उन्हें कभी पता ही नहीं चला कि उनकी बेटी का यौन शोषण किया जा रहा है। इस बात में संदेह है कि इसमें और भी पुरुष शामिल हैं क्योंकि उसका कबूलनामा अभी आधा ही है। आरोपियों में कुछ लोग 18 साल से कम उम्र के और उसके साथ पढ़ने वाले हैं। बाकी आरोपियों में 35 साल के लोग ज्यादा हैं।
पुलिस बोली- युवती ने पिता के फोन में आरोपियों का नंबर सेव किया था पुलिस ने बताया कि जिले के DSP के अंडर SIT गठित की गई है। जल्द ही लड़की का विस्तृत बयान दर्ज किया जाएगा। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। युवती के पास खुद का मोबाइल फोन नहीं है। वह अपने पिता का फोन इस्तेमाल करती है। उसने अपने पिता के फोन में ही आरोपियों का नंबर सेव करके रखा था। पीड़ित की डायरी से मिली जानकारी के आधार पर 40 लोगों की पहचान की गई है।
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