डॉ.प्रकाश हिंदुस्तानी।
सोशल मीडिया पर कुछ वर्षों से ताइवान की गिगि वू छाई हुई थी। वे सोलो ट्रेवलर और सोलो हाइकर थी। अनेक पर्वत शिखरों पर उन्होंने अपने झंडे गाड़े। अकेले ही ट्रेवल करती थी और पहाड़ पर भी अकेली ही चढ़ती थी।
पहाड़ की चोटी पर पहुंचकर वे अक्सर अपने बिकिनी शॉट्स लेती और फिर सोशल मीडिया पर शेयर करती थी। उनकी खूबी यह थी कि वे अनुभवी और प्रशिक्षित पर्वतारोही थी। पहाड़ पर चढ़ने के सभी उपकरण साथ लेकर चलती थी और दिलचस्प अंदाज में अपनी तस्वीरें शेयर करती थी।
36 वर्ष की गिगि वू ने पर्वतारोहण के दौरान आपातकालीन सेवाओं से संपर्क किया और उन्हें बताया कि वे खराब मौसम में फंस गई है। वे कई दिनों से ताईवान नेशनल पार्क की चोटी यूशान पर चढ़ाई कर रही थीं।
मौसम खराब था और आपातकालीन सेवा के अधिकारियों को जब उनका संदेश मिला, तब उन्होंने उनके बचाव के लिए हेलीकॉप्टर रवाना किए। 3 बार बचाव अभियान के हेलीकॉप्टर लौट आए, क्योंकि खराब मौसम में हेलीकॉप्टर भी कुछ मदद नहीं कर पाए। उनकी पिछली फेसबुक पोस्ट को करीब 18 हजार लोगों ने पसंद किया था। इंस्टाग्राम पर भी उनके लाखों फॉलोअर्स थे, उनके कई अकाउंट्स थे। 18 जनवरी की इस पोस्ट पर 1 हजार से अधिक लोगों ने कमेंट्स भी लिखे थे।
प्राप्त सूचनाओं के अनुसार गिगि वू की मौत हाइपोथर्मिया से हुई है। इसका मतलब यह है कि ऊंची पर्वत श्रृंखला पर भारी ठंड और बर्फ के कारण वे अपना बचाव नहीं कर पाई। बर्फीले पहाड़ पर इतनी ठंड थी कि वे बर्फ में गल गई। पर्वत माला पर चढ़ाई करने के दौरान ही वे 65 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरी और घायल हो चुकी थी। ठंड ने दोहरा असर किया और बू की मौत हो गई।
ताईवान के बचाव अधिकारी ने कहा कि गिगि वू 5500 फूट की ऊंचाई तक पहुंच चुकी थी। यह पर्वत श्रृंखला विशालकाय है और इसकी सबसे ऊंची चोटी करीब 13000 फीट ऊंची है। गिगि वू का लक्ष्य इसी चोटी पर पहुंचना था और वह 24 जनवरी तक वहां पहुंच जाती, लेकिन 6 दिन पहले ही यह दुर्घटना हो गई। वहां तापमान शून्य से भी कम था। खराब मौसम की सूचना के 43 घंटे बाद बचाव दल उन तक पहुंच पाया।
जब बचाव दल गिगि के पास पहुंचा, तब वह जीवन के लिए संघर्ष कर रही थी। मौसम बहुत ही खराब था और वहीं गिगि की मौत का कारण भी बना। हेलीकॉप्टर से गिगि को नीचे लाया गया, लेकिन तब तक उनकी जान बची नहीं थी।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार यूशान नेशनल पार्क में सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर गिगि को 24 जनवरी तक पहुंच जाना था, लेकिन प्रवक्ता ने यह भी कहा कि गिगि ने उस क्षेत्र में बिना अनुमति के प्रवेश किया था और स्थानीय कानूनों का उल्लंघन भी किया था।
गिगि ताइवान के करीब 100 पर्वत शिखरों तक पहुंची और उसने वहां बिकिनी पहनकर फोटो खींचे और सोशल मीडिया पर शेयर किए। पिछले 4 साल में उन्होंने 97 तरह की बिकिनी पहनी। बिकिनी के फोटो से उन्हें सोशल मीडिया पर अच्छी खासी लोकप्रियता मिली, उनमें से कई फोटो कलात्मक थे। उन्होंने अलग-अलग अदाओं में अपने फोटो शेयर भी किए।
पिछले साल एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि एक मित्र से शर्त लगाने के बाद उन्होंने इस तरह के बिकिनी फोटो पोस्ट करना शुरू किए थे। गिगि सोलो पर्वतारोही थी, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि वे सेल्फी खींचवाने के चक्कर में 55 फीट नीचे गिरी या मौसम के कारण उन्हें इस स्थिति का सामना करना पड़ा।
पर्वतारोहण के दौरान गिगि पर्वतारोहियों जैसी ही पोशाक पहनती थी। पहाड़ की चोटी पर पहुंचकर वह मजे-मजे में बिकिनी पहनती और ऑटोफोकस कैमरे से अपने विभिन्न फोटो खींचती और उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर करती। एफटीवी पर यह एक इंटरव्यू में किसी ने पूछा कि आप ऐसा क्यों करती है? तब उनका जवाब था कि मैं खूबसूरत हूं, तो यह क्यों न करूं? सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर गिगि की तस्वीरें बहुत पसंद की जाती थीं और वह एक सेलेब्रिटी की तरह समझी जाती थी। एमटीवी पर कई बार उनके इंटरव्यू आ चुके हैं। उनकी यात्राओं के कई प्रायोजक भी हैं, जो उन्हें इस तरह की यात्राओं के लिए फंडिंग करते थे।
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