
डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी।
बुढ़ापा कोई बीमारी नहीं… ये तो एक प्रो-लेवल गेम है, जिसमें ज्यादातर लोग ट्यूटोरियल भी पूरा नहीं कर पाते!
लेकिन फ्रांस की ये दादी ने तो पूरा गेम 103 लेवल तक चीट-कोड के बिना क्रैक कर लिया है!
बूढ़ा होना भी सीखना पड़ता है! जो नहीं सीखते, वे उसके पहले ही....
चार्लोट चोपिन उर्फ़ 'योग वाली सुपर ग्रैंडमा'
उम्र: 102 साल, 11 महीने, 6 दिन… और अभी भी काउंटिंग चल रही है!
आगामी 11 दिसंबर को वे 103 साल की हो जाएगी. जी हां, हंड्रेड प्लस थ्री.
50 साल की उम्र में पहली बार मैट बिछाया…
अभी भी पूरी तरह एक्टिव हैं, योग के तमाम आसन फटाफट कर लेती हैं और योग सिखाती भी हैं.
50 साल की उम्र में उन्होंने योग शुरू किया और फिर कुछ साल बाद ही योग की ट्रेनिंग देने लगीं. ट्रेनिंग देने के लिए वे पुराने पुलिस स्टेशन के कम्युनिटी सेंटर में जाती हैं और अब तक हजारों लोगों को योग सिखा चुकी हैं.
उनका मानना है कि योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सेहत के लिए जरूरी है. योग के कारण ही वे इतनी उम्र तक स्वस्थ है.
वे अभी भी पादहस्तासन, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, अधोमुखी श्वानासन, वीर भद्रासन, वृश्चिकासन, हनुमानासन, तितली आसन... आदि कर लेती हैं. शीर्षासन को हाल ही में ही ग्रेसफुली रिटायर कर दिया – बोलीं, “अब उल्टा होने की जरूरत नहीं, दुनिया पहले से ही उल्टी चल रही है!”
99 साल की उम्र में पहुँचीं 'फ्रांस गॉट टैलेंट में…
जज बोले – “ये तो उम्र का उल्टा ग्राफ है!”
एक आसन किया, हॉल तालियों से गूँज उठा।
अगले राउंड में खुद ही बोलीं – “बस, पोते-पोतियों को सरप्राइज देना था… अब घर चलूँ?”
रातोंरात इंटरनेट की रानी बन गईं!
चार्लोट अपनी सेहत का राज शहद वाली कॉफी और छोटी खुशियों को मानती हैं. सुबह नाश्ता करती हैं, कॉफी पीती हैं और टहलने निकल जाती हैं. वे शाकाहार को पसंद करती हैं. कहती है कि योग छोड़ दूं तो सबकुछ छूट जाएगा.
उनकी जिंदगी का मंत्र है - 'सुख सब कुछ पाने में नहीं, जो है उसे प्यार करने में है!' यानी जो कुछ प्राप्त है, पर्याप्त है.
योग को दुनिया में लोकप्रिय बनाने के लिए भारत सरकार ने उन्हें 2024 में पद्मश्री से सम्मानित किया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान लेने के लिए वे वे दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आई थीं . हरी साड़ी पहनकर.
बिना किसी सहारे की चलकर सीधी राष्ट्रपति जी के पास पहुंची थीं.
चार्लोट चोपिन का लाइफ मन्त्र है- खुश रहो, व्यस्त रहो, योग करो, वॉक करो, और हमेशा संतुष्ट और कृतज्ञ भाव रखो.
क्या आपके आसपास भी हैं कोई ऐसा शख्स?
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