Breaking News

मसान और मांझी-द माउंटेनमेन जैसी फिल्में शिवराजजी को पसंद नहीं..?

खरी-खरी            Aug 22, 2015


श्रीप्रकाश दीक्षित राष्ट्रीय अखबारों के फिल्म समीक्षकों, अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों और प्रबुद्ध दर्शकों की एक स्वर मे प्रशंसा बटोरने वाली फिल्मों मसान, बजरंगी भाईजान और मांझी-द माउंटेनमेन को टेक्स फ्री करने के मामले मे मध्यप्रदेश सरकार ने चुप्पी अख़्तियार कर रखी है। यह वही सरकार है जिसने महेश भट्ट की सुपर फ्लाप फिल्म एक अधूरी कहानी, बाजारू फिल्म मर्दानी और सितारों भरी फिल्म पीकू को रातों रात टेक्स फ्री कर दिया था। इसकी मुख्य वजह यह है कि मध्यप्रदेश मे फिल्मों को टेक्स फ्री करने का फैसला अब सरकार की विशेषज्ञ कमेटी या संबन्धित विभाग नहीं बल्कि मुख्यमंत्री निवास करता है ..? manjhi-the-mountain-men-02 शिवराजसिंह चौहान भले खुद को आम आदमी से बना मुख्यमंत्री बताते नहीं थकते हों पर दस बरस की सत्ता ने उन्हें अहंकारी बना दिया लगता है, तभी तो वे शाही अंदाज मे ऐसे फैसले ले रहे हैं। एक साल पीछे चलते हैं जब मर्दानी की हीरोइन रानी मुखर्जी भोपाल आईं, शिवराजसिंह चौहाल से मिलीं और अगले ही दिन फिल्म को टेक्स फ्री करने का फरमान सीएम बंगले से सुना दिया गया। इसी प्रकार महेश भट्ट हीरोइन विद्या बालन के साथ आते हैं , दोनों मुख्यमंत्री से मिलते हैं और अगले दिन रिलीज होने से पहले ही फिल्म को टेक्स फ्री करने का फरमान बंगले से सुना दिया जाता है। ना तो मर्दानी और ना महेश भट्ट की अधूरी कहानी को राष्ट्रीय अखबारों के फिल्म समीक्षकों ने एक स्टार देने के लायक भी नहीं माना । मुख्यमंत्री सपरिवार पीकू फिल्म देखने जाते हैं और अगले ही दिन इस फिल्म को भी टेक्स फ्री कर दिया जाता है। मुख्यमंत्री द्वारा टेक्स फ्री की गईं तीनों फिल्मों मे एक ही समानता है कि तीनों बड़े बैनरों और बड़े सितारों कि फिल्में हैं। ऐसे मे छोटे बजट की मसान और मांझी-द माउंटेनमेन कि फिक्र कौन करेगा।


इस खबर को शेयर करें


Comments