शैलेश तिवारी।
22 जनवरी 204 यह वह दिन था जब देश के कण कण और जन-जन के मन मन में राम ही राम गूंज रहे थे, अवसर था अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा किए जाने का और देश का।
नगर-नगर गांव गांव भगवा झंडों की आभा में लहरा रहा था और राम-राम रट रहा था।
देश की सत्तारूढ़ पार्टी के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक को यह लगने लगा था कि राम को लाने वाले को अब देश की जनता 2024 के आम चुनाव में वापस सत्ता में आसानी से ला देगी।
लेकिन इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुरू होने से पहले ही सनातन धर्म के शीर्ष धर्म गुरु श्री शंकराचार्य जी ने विभिन्न शास्त्रों का हवाला देते हुए यह कहा कि जब तक मंदिर का शिखर न बन जाए और उस पर ध्वज फहरा न दी ।
तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अपूर्ण और शास्त्र सम्मत नहीं माना जाता। चूंकि यह मुहूर्त देश के प्रधानमंत्री के निर्देश पर निकाला गया था तो बजाए शंकराचार्य की बात पर ध्यान देने के उल्टा उन्हें ही भाजपा की टोल आर्मी ने निशाने पर ले लिया और अतर्क पूर्ण बातें कर उनकी कड़ी आलोचना की जाने लगी।
यहां तक भी ठीक था लेकिन भाजपा के समर्थन में कुछ और साधु संत जुड़ जाने से तथा कुछ विद्वानों के प्राण प्रतिष्ठा सही किए जाने के तर्क दिए जाने से मामला इस तारीख पर तय माना गया हालांकि चारों पीठ के शंकराचार्य ने आधे अधूरे मंदिर में रामलाल की प्रतिष्ठा किए जाने पर दुष्परिणाम आने की संभावना का जिक्र भी किया था।
2024 के आम चुनाव हुए शंकराचार्य जी द्वारा कही गई बात सिद्ध होते हुए तब दिखी जब चुनाव परिणाम आए और भाजपा अपने लक्ष्य से तो बहुत दूर रही।
उल्टे अपने दम पर बहुमत भी न ला सकी खैर भाजपा नीत एन डी ए गठबंधन की पर्याप्त सीट आ जाने से सरकार बनने का रास्ता तो साफ हो गया लेकिन भाजपा की ट्रोल आर्मी और उसके समर्थकों ने अयोध्या की सीट पर भाजपा प्रत्याशी के हार जाने के बाद जिस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की वह।
लोकतांत्रिक नजरिए से तो पूरी ही गलत हैं लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए, तो अयोध्या के नागरिकों ने भाजपा को भी तो वोट दिए हैं।
जिन्होंने वोट दिया है वह भी प्रतिक्रियावादियों के निशाने पर हैं, यह तो सरासर उनके साथ अन्याय है। क्योंकि संपूर्ण अयोध्यावासियों को टार्गेट पर लिया जा रहा है क्यों?
अगर पूरे अयोध्या वासियों पर निशाना साधने वाले इतने ही महारथी हैं तो क्या उनके संसदीय क्षेत्र के सौ प्रतिशत वोट भाजपा के ही पक्ष में गए हैं?
इसके अलावा इस पर भी ध्यान दें कि राम अयोध्या से निकल कर प्रयागराज भी पहुंचे।
यहां से भी भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है। जब रामजी अपने वनवास काल में चित्रकूट पहुंचे थे। उस चित्रकूट बांदा की सीट से भी सपा के उम्मीदवार को जीत मिली है।
वहां से रामलला पंचवटी गए, जो वर्तमान में नासिक लोकसभा सीट में आती है यहां से शिवसेना उद्धव गुट ने बाजी मारी है।
सीता हरण के बाद खोज करते राम लक्ष्मण जब किष्किंधा पहुंचे जो वर्तमान में कर्नाटक राज्य की बेल्लारी सीट के अंतर्गत है।
भाजपा को वहां भी पराजय मिली है और तो और लंका पर चढ़ाई करने के लिए श्री राम अपनी सेना के साथ जिस रामेश्वरम गए थे।
वह रामेश्वरम अब रामनाथपुरम संसदीय क्षेत्र में आता है इस सीट से भी विपक्ष को ही जीत मिली है।
इन तमाम श्री राम जी से जुड़े स्थानों पर भाजपा के नहीं जीते जाने के कारण वहां से खरीदी करना या खाने पीने ठहरने की मनाही का राग अलापने वाले क्या अयोध्यावासियों की तरह इन स्थानों को भी अपने निशाने पर रखेंगे?
धर्म स्थलों को चुनावी राजनीति से जोड़कर सोशल मीडिया पर लाइक पाने की चाह रखने वाले।
अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक तस्कर को बुरहानपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार
07 हस्तनिर्मित पिस्टल एवं एक मोबाइल जब्त
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।
भोपाल, 11 जून 2024। पुलिस अधीक्षक श्री देवेन्द्र कुमार पाटीदार ने समस्त थाना प्रभारियों को अवैध हथियार निर्माण, क्रय-विक्रय, परिवहन करने वाले आरोपियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है। इन निर्देशों के अनुपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अंतर सिंह कनेश एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री गौरव पाटिल के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस ने अवैध हथियार तस्कर को 07 अवैध हस्तनिर्मित देशी पिस्टल के साथ पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
11 जून को कोतवाली पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति डोइफोडिया तरफ से बस में बैठकर बुरहानपुर आ रहा है। जिसके पास काले रंग के बैग में अवैध हथियार रखे हुए है।
मुखबिर की सूचना से वरिष्ठ अधिकारीगण को अवगत कराते हुए उनके निर्देशन में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक श्री सीताराम सोलंकी द्वारा तत्काल टीम गठित कर कार्यवाही हेतु बस स्टैंड रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा बस स्टैंड पर मनोज कॉर्नर के पास दबिश दी गई। जहां संदेही युवक को पकड़ा जिसके हाथ में काले रंग का बैग था। युवक से नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम अमृतपाल उर्फ साजन पिता बलवंत सिंग उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम जागुवाल बांगर थाना काहनूवन जिला गुरदासपुर, पंजाब का रहना बताया। उसके पास रखे बैग की तलाशी लेने पर उसमें 07 नग अवैध हस्तनिर्मित देशी पिस्टल मिले। जिन्हें विधिवत जप्त किया गया। आरोपी से पूछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त पिस्टलें डोइफोडिया से दो अज्ञात व्यक्तियों से लेना व गुरदासपुर पंजाब के विक्रमजीत सिंह नामक व्यक्ति के कहने पर बुरहानपुर आकर पिस्टलें देना बताया। आरोपी के विरुद्ध थाना कोतवाली में आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
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