मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा में आज कैग 2022 की रिपोर्ट भी पेश की गई। इस रिपोर्ट में संबल योजना मुख्यमंत्री कन्यादान योजना समेत कई योजनाओं में अनियमितता और भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ। कैग रिपोर्ट को लेकर विपक्षी विधायकों ने हंगामा किया।
उनका कहना था कि पूरा मप्र भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।
प्राकतिक आपदा में दी जाने वाली राहत राशि में अनियमितता का हुआ खुलासा
कैग की रिपोर्ट में खुलासा
2018 से 2022 तक 13 जिलों में अपात्र लोगों राशि दे दी गई।
कर्मचारियों, उनके रिश्तेदारों समेत अपात्र को दी 23.81 करोड़ की राहत राशि
कैग की रिपोर्ट में सरकारी जमीन आवंटन में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है।
भोपाल में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को नियम विरुद्ध जमीन की गई आवंटित
राजस्व को हुआ 65.5 करोड़ नुकसान
67 लाख 48 हजार श्रमिको को किया गया आपत्र
संबल योजना के कुल 31 फीसदी किया गया आपत्र
कैग के अनुसार भौतिक प्रक्रिया नियमानुसार नही की गई
कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि सरकार ने प्रति व्यक्ति जो आय बताई है, उसके अनुसार प्रति व्यक्ति मासिक आमदनी 11830 होती है। अंशकालिक कर्मचारी रसोइयों को सिर्फ 4 हजार रुपए ही दिए जा रहे हैं।
पीएम मोदी 2047 में आय के जो आंकड़े बता रहे हैं, उसके लिए हर व्यक्ति की आमदनी एक लाख रुपए होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन में जो कुछ भी बोला जाता है उसमें सच्चाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह आज से ही मिशन सच्चाई चालू कर रहे हैं और सच के लिए लड़ते रहेंगे।
कैग रिपोर्ट में योजनाओं में गड़बड़ी के मामले में ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि मप्र में भाजपा की सरकार में जिस प्रकार से गड़बड़ी उजागर हो रही है।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी बसों की जगह स्कूटरों-मोटरसाइकिलों के बिलों का भुगतान कर दिया गया। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, संबल योजना में भी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया।
Comments