किस तरफ बहेगी युवा तरूणाई की बयार इस बार

खास खबर            Jul 22, 2023


कीर्ति राणा।

इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तुम डाल-डाल, हम पात-पात जैसे हालात हैं। इधर से कांग्रेस घोषणा का एक धमाका करती है तो भाजपा तत्काल घोषणा की काट में ऐसा धमाका करती है जिसकी आवाज और रोशनी का देर तक असर नजर आता है।इस बार पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए दोनों दल एक दूसरे को पीछे छोड़ कर आगे निकलना चाहते हैं।

युवा कांग्रेस पहली बार मतदान करने वालों को जोड़ने के लिए चौपाल लगा रही है तो सरकार प्रतिभावान छात्रों को लेपटॉप का पैसा बांट रही है। ऐसे में वो दृश्य रोचक हो सकते हैं जब युवा चौपाल में जुटने वाले एक दूसरे से पूछें कि तुम्हारे परिवार में लेपटॉप के 25 हजार मिले कि नहीं।

प्रदेश के कुल 5.40 करोड़ मतदाताओं में 2.85 करोड़ मतदाता 18 से 40 उम्र के हैं। इनमें भी 30 लाख युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे।भाजपा में जब से हवा चली है कि अधिकांश सीटों पर युवा चेहरों को मैदान में उतारा जाएगा, नए चेहरे के नाम पर भाजयुमो ने 46 सीटों (20 फीसदी) पर दावेदारी कर दी है।जहां तक कांग्रेस की बात है तो युवा कांग्रेस ने 230 में से 35 सीटों पर युवा चेहरों को अवसर की दावेदारी की है।

कांग्रेस ने 65 हजार बुथों में किस बूथ पर कितने युवा पहली बार वोट डालेंगे इसका डाटा जुटाने के साथ ही, मतदाता सूची में जोड़े गए फर्जी नाम, जिनके नाम कट गए उनकी भी पहचान कर ली है। कांग्रेस ने अब कॉलेजों, विवि में युवा चौपाल शुरु कर दी है।चौपाल के माध्यम से समस्या जानेगी, सुझाव मांगेगी, फिर युवाओं से मिले फीडबेक मुताबिक युवा वर्ग के लिए अलग से वचन पत्र तैयार करेगी।

वचन पत्र तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष हैं राजेंद्र सिंह और प्रदेश युवक कांग्रेस  अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया के नेतृत्व में शहर शहर युवा चौपाल युवक कांग्रेस द्वारा लगाई जा रही है।भाराछासं भी कॉलेजों में ‘कमलनाथ है तो कल है’ अभियान चलाने की तैयारी कर चुकी है।

कांग्रेस और उसके संगठनों के ये अभियान जोर पकड़े भाजपा उससे एक कदम आगे निकल गई।सरकार की घोषणा को अंजाम देते हुए मुख्यमंत्री ने पहली बार वोट डालने वाले छात्रों में से 78 हजार से अधिक प्रतिभावान छात्रों की हथेली पर लेपटॉप के 25-25 हजार रु रखने के साथ ही बाकी छात्रों को सपने देखने का अवसर दे दिया है कि सरकार उनके लिए भी कुछ सोचेगी, जैसे लाड़ली बहना योजना में 23 साल की सीमा को घटा कर 21 साल करने से इस आयु वर्ग की युवतियों को भी लाभ मिलने लगेगा।

प्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के 12वीं के मेधावी स्टूडेंट्स को लैपटॉप के पैसे देने की घोषणा के अंतर्गत जिन छात्र-छात्राओं ने 12वीं बोर्ड परीक्षा 2023 में 75 फीसद या उससे अधिक अंक प्राप्त किए थे, ऐसे 78 हजार 641 में से प्रति विद्यार्थी के मान से 196 करोड़ 60 लाख से अधिक की राशि मुख्यमंत्री भेंट कर चुके हैं।अब यह इन छात्रों-परिवारों की ईमानदारी पर निर्भर करता है कि लेपटॉप खरीदें,  वैसे वर्षों पहले सरकार ने अधिमान्य पत्रकारों को भी लेपटॉप खरीदने के लिए 40-40 हजार रु खाते में ट्रांसफर किए थे। सरकार ने पूछा ही नहीं, खरीदे या नहीं।छात्र भी लेपटॉप की रसीद दिखाएं ना दिखाएं लेकिन 78 हजार से अधिक परिवारों को अपने प्रतिभावानों की वजह से एक मुश्त 25 हजार तो मिले ही हैं।

 



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