Breaking News

RTI में खुलासा:ढाई साल में सिर्फ छवि चमकाने में मोदी सरकार ने खर्च किए 11 अरब

खास खबर            Apr 19, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में मीडिया में अपनी छवि चमकाने के लिये सौ दो सौ करोड़ रुपये नहीं पूरे 11 अरब (1100करोड़) रुपये से ज्यादा ढाई साल में खर्च किए। यानि प्रतिवर्ष औसतन 450 करोड़ रुपये सरकार की छवि चमकाने या फिर सरकारी योजनाओं की जानकारी देने में खर्च किए गए। ग्रेटर नोएडा के सूचना अधिकार कार्यकर्ता रामवीर सिंह ने यह जानकारी आरटीआई के जरिये हासिल की है यानी यह पूरी तरह आधिकारिक सूचना है।हालांकि यह जानकारी अगस्त 2016 तक की है

आरटीआई एक्टिविस्ट रामवीर ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से पूछा था कि मोदी सरकार के गठन से अगस्त 2016 तक विज्ञापनों पर कितना सरकारी धन खर्च हुआ है। तीन माह बाद जब आर.टी.आई.के माध्यम से मिले इस जवाब को देखकर आप जरूर चौंक जाएंगे। इसमें बताया गया है कि पिछले ढाई साल में मोदी सरकार ने विज्ञापन पर ग्यारह अरब रुपए से भी ज्यादा खर्च कर चुकी है। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि सरकार ने ब्रॉडकास्ट, कम्युनिटी रेडियो, डिजिटल सिनेमा, इंटरनेट, दूरदर्शन, प्रोडक्शन, एसएमएस, टेलीकास्ट पर अबतक करीब 11 अरब यानी 1100 करोड़ रुपये खर्च किए।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 1 जून 2014 से 31 मार्च 2015 तक लगभग 448 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 1 अप्रैल, 2015 से 31 मार्च, 2016 तक 542 करोड़ रुपये और 1 अप्रैल, 2016 से 31 अगस्त, 2016 तक 120 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस तरह कुल 1111 करोड़ 78 लाख रुपये से अधिक का सरकारी धन मोदी सरकार के प्रचार पर खर्च हो चुका है।

गौरतलब है विपक्षी पार्टियां इस सरकार पर प्रचार-प्रसार की सरकार होने का आरोप लगाती रही हैं और उनका कहना है कि सरकार काम से ज्यादा काम का ढिंढोरा पीटने में भरोसा रखती है। अरबों का विज्ञापन खर्च कहीं न कहीं इस आरोप को सच साबित करता है।

आर.टी.आई. के जरिए मंत्रालय से मिले विज्ञापन की जानकारी में बताया गया कि ब्रॉडकास्डह, कम्यु—निटी रेडियो, इंटरनेट, दूरदर्शन, डिजिटल सिनेमा, प्रोडक्शान, टेलीकास्ट, एसएमएस के अलावा अन्य खर्च शामिल हैं।

प्रचार प्रसार के इन माध्यमों पर किया गया इतना खर्च
SMS –
2014 – 9. 07 करोड़
2015 – 5.15 करोड़
अगस्त 2016 तक – 3. 86 करोड़
इंटरनेट –
2014 – 6. 61 करोड़
2015 – 14.13 करोड़
अगस्त 2016 तक – 1.99 करोड़
ब्राडकास्ट –
2014 – 64. 39 करोड़
2015 – 94.54 करोड़
अगस्त 2016 तक – 40.63 करोड़
कम्युनिटी रेडियो –
2014 – 88.40 लाख
2015 – 2.27 करोड
अगस्त 2016 तक – 81.45 लाख
डिजिटल सिनेमा
2014 -77 करोड़
2015 – 1.06 अरब
अगस्त 2016 तक – 6.23 करोड़
टेलीकास्ट –
2014 – 2.36 अरब
2015-2.45 अरब
अगस्त 2016 तक – 38.71 करोड़
प्रोडक्शन –
2014 – 8.20 करोड़
2015 – 13.90 करोड़
अगस्त 2016 तक -1.29 करोड़
तीन साल में हर साल इतना किया खर्च
2014 – एक जून 2014 से 31 मार्च 2015 तक करीब 4.48 अरब रुपए खर्च
2015 – 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2016 तक 5.42 अरब रुपए खर्च
2016 – 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2016 तक 1.20 अरब रुपए खर्च

जब ढाई साल में 1100 सौ करोड़ का खर्च आया है केवल विज्ञापन पर तो पूरे पांच साल में मोदी जी के विज्ञापनों पर 3000 हजार करोड़ का खर्च आ सकता है। इसकी तुलना उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी की और कहा कि वहां सरकार के चुनाव प्रचार में 800 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

 इनपुट आउटलुक,आजतक,पत्रिका



इस खबर को शेयर करें


Comments