मल्हार मीडिया डेस्क।
आपने सुना होगा कि इंटरनेट पर प्यार हुआ और शादी भी हो गई। पहली बार सुनकर आश्चर्य लगा होगा। लेकिन अब आप को जानकर और भी आश्चर्य होगा कि देश में संभवत: ऐसा पहली बार होगा जब विदेश में बैठे लोग अपने रिश्तेदार का अंतिम संस्कार लाइव देख पाएंगे। भोपाल शहर के महापौर आलोक शर्मा ने The Current Story से चर्चा के दौरान बताया ऐसा कई बार देखा गया है कि जिनके बच्चे या रिश्तेदार दूर विदेशों में रह रहे हैं और अकस्मात देहांत होने पर समय से नहीं पहुंच पाते। ऐसी परिस्थिति में बिना उनके आए ही अंतिम संस्कार करना पड़ जाता है। लोगों की इस पीड़ा को देखते हुए भोपाल में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि ऐसी किसी भी परिस्थिति में विदेश में बैठे लोग अपने रिश्तेदारों का अंतिम संस्कार लाइव देख सकें। महापौर ने आगे बताया कि लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था शहर के सभी शमशान घाट पर की जाएगी। इसके अलावा और भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जिससे शमशान घाट हाईटेक बन सके।
डीपफ्रीजर भी रखे जाएंगे:
महापौर आलोक शर्मा ने आगे बताया कि भोपाल नगर निगम और भी कई नई व्यवस्थाएं विश्रामघाट में शुरु करने जा रहा है, जिसमें डीप फ्रीजर भी शामिल है। वर्तमान में अस्पताल में ही शव रखने के लिए डीप फ्रीजर आदि की सुविधा मिलती है। यहां भी उन्हीं लोगों के शवों को रखा जाता है जिनकी मौत या तो अस्पताल में हुई हो या फिर पुलिस ने कोई मामला दर्ज किया हो। लेकिन यदि किसी की मौत उनके घर में हुई है और उनके रिश्तेदार किसी दूसरे शहर में रहते हैं तो ऐसी स्थिति में उनके शव को दो या तीन दिन रखने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों को परेशानी न हो इसके लिए भोपाल नबर निगम अब विश्राम घाटों में डीप फ्रीजर — शवगृह की सुविधा भी देगा।
छोला विश्रामघाट में पहले शुरु हो सकती है व्यवस्था:
भोपाल नगर निगम एक वरिष्ठ अधिकारी ने The Current Story को बताया कि हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि पहले लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था कहां शुरु होगी, लेकिन उम्मीद है कि छोला क्षेत्र में स्थित विश्रामघाट में इसकी शुरुआत पहले की जा सकती है।
अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी:
भोपाल नगर निगम में पदस्थ एसिसटेंट इंजीनियर अनिल टटवाड़े ने The Current Story को बताया कि छोला विश्रामघाट लगभग 20 एकड़ क्षेत्र में फैला है। महापौर आलोक शर्मा के निर्देशानुसार इसमें कई सुविधाएं शुरु की जा रही हैं। इसमें सीसीटीवी कैमरे, नया सभा गृह आदि सुविधाएं भी शामिल है। वहीं कोई बड़ा हादसा होने पर अंतिम संस्कार के लिए जगह की कमी न हो इसके लिए छोला विश्रामघाट में क्षमता का विस्तार किया जा रहा है। इसमें 48 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकेगा। इसके अलावा पर्यावरण के संरक्षण के उद्देश्य से विद्युत शवदागृह भी बनाया जा रहा है।
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