अतिथि विद्वानों की चेतावनी, धैर्य की परीक्षा न ले सरकार

भोपाल            Sep 06, 2022


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नीलम पार्क पर शिक्षक पात्रता उत्तीर्ण अभ्यार्थी पदों की बढ़ोतरी की मांग को लेकर मंगलवार को धरने पर बैठ गए।

प्रदर्शनकारी  2018 में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यार्थी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 62 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने का आश्वासन दिया था।

दरअसल प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने मांग उठाई कि उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 को पद में बढ़ोतरी की जाना चाहिए।

एक प्रदर्शनकर्मी ने बताया कि आज एक दिन का सांकेतिक प्रदर्शन था लेकिन अगर फिर भी मांगे नहीं मानीं गईं तो 2 अक्टूबर से प्रदेश भर में महा आंदोलन होगा।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा न ले।

वहीं प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रंजीत गौर ने बताया कि स्थाई शिक्षक भर्ती पिछले 4 वर्षों से लंबित है।

सरकार को द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए शिक्षक भर्ती जल्द ही पूर्ण करना चाहिए। इससे पूर्व भी कई बार पात्र अभ्यर्थियों द्वारा समय-समय पर धरना प्रदर्शन किए जा चुके हैं।

 उन्होंने कहा कि बीते तीन दिन से भोपाल में प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अनुमति नहीं मिलने से कई उम्मीदवार वापस लौट गए।

प्रशासन ने जानबूझकर देरी से प्रदर्शन की अनुमति दी, ताकि प्रदर्शन को कमजोर किया जा सके। लेकिन अब गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर 2022 को प्रदेश में ऐतिहासिक आंदोलन किया जाएगा।

पिछले वर्ष 24 हजार 200 और इस वर्ष 13 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए बजट भी पारित हो चुका है। लेकिन अब तक सिर्फ नाम मात्र की नियुक्तियां हुई हैं।

जबकि 2018 में स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज ने 50 फीसदी महिला आरक्षण के साथ 62 हजार स्थाई शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी।

अतिथि विद्वानों ने कहा कि जब शिवराज सरकार विपक्ष में थी उस दौरान उनके धरना स्थल पर आकर उनका साथ देने की बात कही थी लेकिन अब सरकार अपना वादा भूल गई है।

अतिथि विद्वानों के प्रदर्शन को कर्मचारी मंच का भी समर्थन प्राप्त हुआ। कर्मचारी मंच के एक अधिकारी ने कहा कि यदि अतिथि विद्वानों की मांगों को नहीं माना गया तो, आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन होगा जो सरकार को नुकसान पहुंचा सकता है।

 

बता दें कि शिक्षक दिवस के पूर्व भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे।

इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा था कि शिक्षक नौकर नहीं हैं बल्कि शिक्षक समाज के निर्माता हैं।

शिवराज कार्यक्रम में मौजूद सभी शिक्षकों के सामने नतमस्तक भी हुए थे।

शिक्षकों को प्रणाम करते हुए शिवराज ने कहा था कि आप सभी के मान और सम्मान पर कभी कोई आंच नहीं आएगी। इसके लिए हमारी सरकार हमेशा प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि बच्चों के कौशल विकास की जिम्मेदारी भी आप पर है। आप सभी को बच्चों को इस तरह तैयार करना है कि वो नौकरी के लिए तैयार हो जाएं।

 



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