मल्हार मीडिया डेस्क
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मीडिया क्षेत्र से चौंकाने वाली खबर आ रही है। उत्तर पूर्व के राज्यों के छह अखबारों के संपादकों ने असम राइफल्स के आदेश पर प्रतिक्रिया जताते हुए एक सामूहिक बयान जारी किया है। इसके अलावा इनमें से तीन अखबारों ने विरोध स्वरूप आज के अंक में अपने संपादकीय स्थान को खाली छोड़ दिया है। द मोरंग एक्सप्रेस ने कहा है कि शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर प्रेस व अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। ऐसे में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर अपने संपादकीय स्थान को खाली छोड़कर अखबार अपनी स्वतंत्रता को व्यक्त कर रहा है।’
गौरतलब है कि 25 अक्टूबर 2015 को असल राइफल्स के जनरल स्टाफ के कर्नल ने नगालैंड स्थित पांच मीडिया प्रतिष्ठानों के संपादकों को एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें विभिन्न अखबारों के संपादकों द्वारा वर्तमान परिस्थितियों में बल की भूमिका के बारे में सोच-समझकर व काफी जांच और उनसे परामर्श के बाद कुछ भी लिखने की बात कही गई थी।
इसके साथ ही इन मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंधित संगठनों की रिपोर्टिंग कर अवैध कार्यों में लिप्त होने, कानूनी गतिविधियों का उल्लंघन करने और गैरकानूनी संगठनों को जाने-अनजाने में समर्थन करने जैसी बात कही गई थी। असम राइफल्स के कर्नल की ओर से जारी इस अधिसूचना का ही अखबार मालिक विरोध कर रहे हैं।
साभार समाचार4मीडिया
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