आदिवासी संस्कृति पर खबर छापना पत्रिका को पडा महंगा,जली प्रतियां और पुतले

मीडिया            Aug 22, 2015


तामेश्वर सिन्हा पत्रिका के बस्तर आंचलिक में जिस्मफरोशी के धंधे पर छपी खबर में टिप्पणी करना सांस्कृतिक जानकार रूद्र नारायण पाणी ग्राही को महंगा पड गया। पत्रिका में प्रकाशित इस खबर में उन्होंने जो प्रतिक्रिया दी इससे वे आदिवासी समाज के निशाने पर आ गये। उन्होंने कहा था कि बस्तर की आदिवासी जन जातियों में स्वछंद यौन व्यवहार देखने को मिलता है ,पर इसमें आदिवासी युवक युवतियों की रजा मंदी होती है । पैसों का लेन देन नहीं होता । इस आलेख से आदिवासी समाज में काफी रोष व्याप्त है । patrika-putla-01 कल 21 अगस्त को जगदलपुर में पत्रिका समाचार पत्र की प्रतियां तथा लेखक और संपादक के खिलाफ सर्व आदिवासी समाज द्वारा पुतला दहन कर पत्रिका कर्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया । patrika-khabr-aadivasi सर्व आदिवासी समाज के अनुसार ऐसा प्रतिक्रिया प्रकाशित कर बस्तर के आदिवासी जनजातीय को अपमानित कर बदनाम किया गया है । आदिवासी समाज ने लेखक और संपादक के विरुद्ध जनजातीय एक्ट के तहत कार्यवाही करने की भी बात कही । था कार्यवाही न होने की सूरत में बस्तर बन्द कर भारी विरोध प्रदर्शन की भी चेतावनी दी है ।


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