मल्हार मीडिया डेस्क
दिवाली से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मचा है। इस विज्ञापन में एक पति अपनी पत्नी को उपहार में घर का काम करने वाली बाई देने की बात कहता है।
पिछले दिनों ट्विटर पर इस विज्ञापन की एक तस्वीर बहुत शेयर की गई है और वेबसाइट बुकमाईबाई पर लिंग के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए टिप्पणियां की गई हैं।
कंपनी के फ़ेसबुक पेज पर एक टिप्पणी में कहा गया है, क्या बाई कोई सामान है जिसे एक आदमी 'उपहार' के तौर पर देगा? वहीं एक ट्वीट में कहा गया है, नौकरानी (इंसान) अब सामान बन चुकी हैं। जबरदस्त सोच, @बुकमाईबाई जीनियस।
कई टिप्पणियों में यह कहा गया है कि कंपनी अच्छी सेवा प्रदान करती है लेकिन इस विज्ञापन से ग़लत संदेश गया है। एक यूजर ने ट्वीट किया है, व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा यह विज्ञापन काफ़ी दिक़्क़त वाला है।
एक अन्य यूजर ने लिखा है, यह मत सोचिए कि पत्नियां इससे सहमत होंगी लेकिन फिर भी यह एक महत्वपूर्ण सेवा है। जब बीबीसी ने वेबसाइट के सह-संस्थापक अनुपम सिंहाल ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा, लोग विज्ञापन के मायने कुछ ज़्यादा ही निकाल रहे हैं।
वो कहते हैं, हमारा मतलब महिलाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। इसे बहुत ही हल्के-फुल्के ढंग से लिया गया था।
साभार बीबीसी हिंदी
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